शहर का सबसे प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्र एमपी नगर... यहां जमीन का सरकारी रेट ही 1.50 लाख रुपए प्रति वर्ग मीटर तक है। नगर निगम को यहां से सालाना करीब डेढ़ करोड़ रुपए संपत्ति कर मिलता है। इसके बावजूद यहां रोजाना आने वाली 50 हजार गाड़ियों में से 90 फीसदी सड़क पर पार्क होती हैं और खुली जमीन पर गुमठियों से लेकर झुग्गियों तक का कब्जा है। इस दुरावस्था का नतीजा यह है कि यहां मौजूद 3000 से अधिक दुकानों और व्यावसायिक संस्थानों में रोज आने वाले 1 लाख लोग परेशान होते हैं।
एमपी नगर में बैरागढ़ और रायसेन रोड से लेकर करोंद और कोलार यानी शहर के हर कोने से लोग आते हैं। शहर के कारोबार की धड़कन बन चुके इस इलाके में एक बार फिर बड़े पैमाने पर बदलाव की जरूरत महसूस की जा रही है। इससे पहले साल 2006-07 में यहां नगर निगम और सीपीए ने सीमेंट- कॉन्क्रीट की सड़कें बनाईं थीं। इन 20 सालों में यहां आने वाले वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ी है। लगभग 2000 वाहनों की पार्किंग के लिए जोन-1 में एक मल्टीलेवल पार्किंग बनी। इसकी ऊपरी मंजिलों पर सेकंड हैंड कार डीलर्स का कब्जा है। पार्किंग में साफ सफाई से लेकर टॉयलेट तक की व्यवस्था नहीं है। पूरे एमपी नगर में केवल 5000 गाड़ियों की पार्किंग की ही व्यवस्था है। इसमें प्राइवेट कंपनियों के ऑफिसों की पार्किंग भी शामिल है।
50 हजार वाहन रोज आते हैं एमपी नगर में
05 हजार के लिए ही पार्किेग की व्यवस्था
पार्किंग की जमीन पर लोडिंग वाहनों का कब्जा
एमपी नगर की एक कंपनी में कार्यरत आरके त्रिपाठी ने कहा कि एमपी नगर जोन-2 में मेन रोड पर पार्किंग के लिए आरक्षित जमीन पर लोडिंग वाहनों का कब्जा है। कई बार प्रयास के बावजूद यह खाली नहीं हो सका है। पार्किंग न होने से लोग यहां आने से कतराते हैं। हाल ये है कि अब एमपी नगर अतिक्रमण और ट्रैफिक जाम का हब बन चुका है।
चेतक ब्रिज के पास झुग्गियों में हो रहा कारोबार जोन-1 और जोन-2 को जोड़ने वाली सड़क जो चेतक ब्रिज के नीचे से गुजरती है, वहां खाली जमीन पर झुग्गियां तनी गुईं हैं और इन झुग्गियों में कारोबार हो रहा है। ज्यादातर झुग्गियों में फ्लैक्स प्रिंटिंग का काम चल रहा है।
ये भी हैं समस्याएं...
{चाय और फास्ट फूड की गुमठियां सड़क किनारे और फुटपाथ पर लगी रहती हैं। इससे गंदगी फैलती है। {पार्किंग में कई बार सीवेज का पानी भी बहता है जिस कारण लोग यहां वाहन खड़े करने से कतराते हैं। {कार डेकोर वाले गाड़ियां सड़कों पर खड़ी करते हैं। {फूलमाला आदि बेचने वाले रोड पर ही बैठकर व्यवसाय करते हैं। इनसे जगह घिर जाती है।
लगातार अभियान की जरूरत
एमपी नगर में मल्टीलेवल पार्किंग में वाहनों को पार्क कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस के साथ कई बार अभियान चलाकर सख्ती की है। इसी तरह के और अभियान चलाने की जरूरत है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई निरंतर चलती है, इसमें और तेजी लाएंगे। व्यापारियों के साथ बैठक कर अन्य समस्याओं के निराकरण की पहल करेंगे। -हरेंद्र नारायण, कमिश्नर, नगर निगम