प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विडियो कांफरेंसिग के द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत कृषि
आधारभूत योजना देश को संमर्पित की गई। इस योजना के तहत कृषि समितियों, कृषक उत्पादन संगंठन एवं उदमियों को कृषि क्षेत्र में आधारभूत
सुविधएं जैसे कि भण्डार गृह, शीतगृह, ग्रेडिंग, सोरटिंग, पैकेजिंग तथा कृषि यंत्र,ई-मार्केटिंग से संबधित कम्प्यूटरीकरण
आदि को स्थापित करने हेतु बैंक ऋण के रूप
में रूपये एक लाख करोडका प्रावधान किया गया ।
उक्त योजना में भारत सरकार द्वारा 3% ब्याज निर्धारित की गई है जिससे कि सभी को यह ऋण सस्ते दर पर उपलब्ध हो सके। साथ ही साथ कृषि सहकारी समितियों हेतु नाबार्ड द्वारा 3% ब्याज दर पर पुनर्वित्त प्रदान किया जाएगा। अत: कृषि आधारभूत सुविधाओं को स्थापित कर सहकारी समितियों को बहुउद्देशीय समितियों में परिवर्तित करने हेतु 1%ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध हो सकेगा ।
इसी क्रम में माननीय प्रधानमंत्री ने पूरे देश में इस वर्ष 2000 से अधिक समितियों को बहुउद्देशीय समितियों में परिवर्तित करने का भी आदेश दिया । इस कार्य हेतु नाबार्ड ने रूपये 5000 करोड का प्रावधान किया है ।
प्रधानमंत्री जी ने उक्त समारोह जो कि विडियो कांफरेंसिग के द्वारा आयोजित किया गया उसमें नाबार्ड क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल से कृषि मंत्री कमल पटेल, मध्य प्रदेश शासन,कृषि उत्पादन आयुक्त के के सिंह, नाबार्ड की मुख्य महाप्रबंधक श्रीमती टी एस राजी गैन तथा अन्य वरिष्ठि अधिकारी उपस्थित थे । इस अवसर पर माननीय प्रधान मंत्री ने मध्य प्रदेश से चयनित कृषि सहकारी समिति लटेरी, जिला विदिशा के कृषकों से संवाद किया एवं उन्नत खेती हेतु उनका मनोबल बढाया ।
नाबार्ड की मुख्य महाप्रबंधक श्रीमती टी एस राजी गैन ने बताया कि मध्य प्रदेश में इस वर्ष 351 चयनित कृषि सहकारी समितियों को नाबार्ड से प्राप्त लगभग रूपये 100 करोड की पुनिर्वित्त से आत्मनिर्भर भारत अभियान की कृषि क्षेत्र के अधोसंरचना विकास के तहत बहुउद्देशीय समितियों में परिवर्तित किया जाएगा ताकि तहसील स्तर पर कृषकों को उपरोक्त सभी सुविधाएं प्राप्त हो सकें तथा उनकी आमदनी में वृद्धि हो सके ।
कार्यक्रम में नाबार्ड द्वारा 351 कृषि सहकारी समितियों को वित्त पोषित करने हेतु लगभग रूपये 100 करोड के संस्वीकृति पत्र कृषि मंत्री कमल पटेल द्वारा अपेक्स बैंक को प्रदान किए गए । कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन डॉ डी एस चौहान, महाप्रबंधक, नाबार्ड द्वारा किया गया।