आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा से पूछताछ का दौर जारी है। सोमवार को पुलिस रिमांड के 5वें दिन उससे करीब 5 घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान इनवेस्टीगेशन ऑफिसर के साथ एक सीनियर अधिकारी ने भी सौरभ से बात की। सौरभ शर्मा से उसके पास से बरामद रुपए और प्रॉपर्टी के बारे में सवाल किए गए। सौरभ ने लोकायुक्त अधिकारियों के सामने दोहराया कि उसकी आय का मुख्य स्रोत रियल एस्टेट कारोबार है।उसने गलत तरीके से पैसे नहीं कमाए हैं। सौरभ से जब उससे जुड़े दूसरे लोगों की संपत्ति के बारे में सवाल किया गया तो उसने कहा कि इस मामले में उससे क्यों पूछताछ की जा रही है। साथ ही उसने यह भी स्पष्ट किया कि यदि उसकी संपत्ति के बारे में बात की जाए तो वह पूरी तरह से सहयोग करेगा।
अवैध नाकों के संचालन संबंध में नहीं दिया जवाब
सूत्रों के मुताबिक अवैध नाकों के संचालन और उससे जुड़े लोगों के संबंध में सौरभ ने कोई जवाब नहीं दिया। छापों के दौरान सौरभ के ऑफिस से कुछ किराये नामे भी जब्त किए गए हैं। इससे यह भी साफ हो गया कि सौरभ की बाबड़ियाकलां, चूनाभट्टी और शाहपुरा जैसे पाश इलाकों में प्रापर्टी हैं। जिन्हें वह कॉमर्शियल यूज के लिए किराये पर देता था। इससे उसे लाखों रुपए की आमदनी प्रति माह होती थी।
50 से ज्यादा संपत्तियों में केवल दो सौरभ के नाम
खास बात यह है कि 50 से ज्यादा संपत्तियों में केवल दो ही सौरभ के नाम हैं। जिसमें से एक उसे ग्वालियर में स्थित पैतृक निवास में हिस्से के तौर पर मिली है। एक अन्य इंदौर में बताई जा रही है। उसकी कंपनीज में 50 से अधिक कर्मचारी थे। जिनकी सूची लोकायुक्त ने तैयार कर ली है। सौरभ के 18 खास रिश्तेदारों को भी नोटिस तामील किए जा चुके हैं। मंगलवार को रिमांड खत्म होने पर मेडिकल के बाद सौरभ सहित शरद और चेतन को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
शरद और चेतन ने खोले कई अहम राज
इधर, शरद और चेतन ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। उन्होंने सौरभ के अन्य करीबियों के संबंध में लोकायुक्त को जानकारी दे दी है। जिसमें प्यारे मियां नाम का उसका एक ड्राइवर है। जो साये की तरह सौरभ के साथ रहता था। प्यारे के पास ही सौरभ के डेबिट और क्रेडिट कार्ड भी होते थे। जिससे वह सौरभ की जरूरत के तमाम सामान लाकर दिया करता था। लोकायुक्त प्यारे मियां की तलाश कर हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। माना जा रहा है कि प्यारे को हिरासत में लिए जाने के बाद मेंडोरी के जंगल में लावारिस हालत में मिली सोने और कैश से भरी कार के संबंध में अहम खुलासे हो सकते हैं।
तीनों की सुरक्षा के लिए अलग से बल मांगा
सौरभ, शरद और चेतन तीनों आरोपियों की लोकायुक्त कस्टडी में कड़ी सुरक्षा व्यस्था के लिए लाइन से अतिरिक्त जवानों का बल मांगा गया है। जब तीनों लोकायुक्त कार्यालय में होते हैं, तो बल बाहरी सुरक्षा में तैनात रहता है। थाने में रहने के दौरान भी बल की तैनाती रखी जाती है। जबकि हवालात की सुरक्षा व्यवस्था में लोकायुक्त के अधिकारी कोई कोताही नहीं बरतना चाहते, लिहाजा हवालात की सुरक्षा में लगातार लोकायुक्त में पदस्थ बल की तैनाती की जाती है।