नई दिल्ली । जानलेवा कोरोना वायरस की रुसी वैक्सीन का भारत में जल्द ही ट्रायल शुरू होने जा रहा है।इसी महीने रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन के ट्रायल की डीजीसीआई ने परमिशन दी थी। वैक्सीन के ट्रायल के लिए भारत में 100 वॉलंटियर्स को टीका लगाया जाएगा। स्पूतनिक तीसरे चरण में पहुंचने से पहले भारत में वैक्सीन के बाकी दो स्टेज्स का भी ट्रायल करेगा। फार्मा कंपनी वैक्सीन के दूसरे स्टेज में ट्रायल पहुंचने पर वैक्सीन इम्युनोजेनेसिटी डेटा तैयार करेगी और इसका एनालिसिस करने के बाद ही थर्ड फेज शुरू होगा। मालूम हो कि भारत में फिलहाल तीन कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। आईसीएमआर और भारत बायोटेक, जाइडस कैडिला और ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन का ट्रायल अलग-अलग चरणों में है। हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने उम्मीद जताई थी कि भारत को दिसंबर तक कोरोना वैक्सीन मिल जाएगी। बता दें कि इससे पहले डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज लिमिटेड को कोवीड-19 के रूस में बने टीके स्पूतनिक वी का भारत में दूसरे व तीसरे चरण का मानव परीक्षण करने की मंजूरी मिल गई थी। कंपनी ने बताया था कि उसे और रसियन डाइरेक्ट इवेस्टमेंट फंड को भारतीय औषधि महा नियंत्रक से यह मंजूरी प्राप्त हुई है। कंपनी ने कहा था कि यह एक नियंत्रित अध्ययन होगा, जिसे कई केंद्रों पर किया जाएगा। सितंबर 2020 में डॉ.रेड्डीज़ और आरडीआईएफ ने स्पूतनिक वी वैक्सीन के परीक्षण और भारत में इसके वितरण के लिए साझेदारी की थी। साझेदारी के तहत आरडीआईएफ भारत में विनियामक अनुमोदन पर डॉ.रेड्डीज को वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक की आपूर्ति करेगा।