राजनांदगांव। जनसामान्य की समस्याओं का निराकरण करने तथा उन्हें तत्काल सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिले के सभी तहसील कार्यालय में राजस्व शिविर का आयोजन किया जा रहा है, ताकि नागरिकों को राजस्व से संबंधित समस्याओं के लिए परेशान न होना पड़े और उनके कार्य तत्काल आसानी से शीघ्र पूरा हो सके। इसी कड़ी में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने कुमरदा तहसील कार्यालय में आयोजित राजस्व शिविर का औचक निरीक्षण किया। कलेक्टर ने नागरिकों की समस्याओं को सुनकर राजस्व अधिकारियों को प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनमानस के राजस्व संबंधी समस्याओं का समाधान संवेदनशीलतापूर्वक एवं तत्परता से करें। किसान एवं नागरिकों के नामांकन, सीमांकन, बटवारा, आय-जाति-निवास प्रमाण पत्र जैसी विभिन्न समस्याओं का समाधान प्रभावी तरीके से होना चाहिए और यह शिविर जनसामान्य के लिए परिणाममूलक होना चाहिए।
तहसील स्तरीय राजस्व शिविर में किसानों एवं नागरिकों से 225 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से 115 आवेदनों का त्वरित निराकरण किया गया है। जिसमें नामांतरण के 26, बटवांरा के 10, सीमांकन के 30, त्रुटि सुधार 29, आय-जाति-निवास प्रमाण पत्र के 4, पट्टा के 12, ऋण पुस्तिका 24, अन्य 90 आवेदन शामिल है। शिविर में किसानों को नि:शुल्क किसान किताब वितरित किया गया। शिविर में राजस्व अमला एक ही स्थान पर उपलब्ध होने पर जनसामान्य के राजस्व संबंधी प्रकरणों का त्वरित निराकरण हुआ एवं मामले को समझाना भी आसान हो गया। शिविर में एसडीएम डोंगरगांव श्रीकांत कोराम, तहसीलदार आकांक्षा साहू, सहित राजस्व निरीक्षक, पटवारी, सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।