👉 30 अगस्त बुधवार को *रक्षाबन्धन पर्व* है। इस बार भी रक्षाबन्धन पर *भद्रा* का साया है।
👉 *राखी रात्रि 8:50 बजे बाद बांधी जाएगी।* उपाकर्म प्रातः 10 बजे बाद आरम्भ कर सकते हैं।
👉 रक्षाबन्धन का त्यौहार आते ही आम जनमानस को *भद्रा* याद आ जाती है, जबकि विद्वान ब्राह्मणों को प्रतिदिन भद्रा कहॉं स्थित है? देखना होता है।
👉 भद्रा भगवान सूर्यनारायण की पत्नी *छाया* से उत्पन्न है।
👉 भद्रा *शनैश्चर* की सगी बहन है। उसका वर्ण काला, भयंकर रूप है।
👉 ब्रह्माजी ने भद्रा को निर्देशित किया कि जो *तुम्हारे समय में* यात्रा, गृहप्रवेश, खेती, व्यापार, उद्योग और अन्य माङ्गलिक कार्य करे तो तुम उसमें *विघ्न* डालो। जो तुम्हारा *आदर* ना करें, उसका कार्य ध्वस्त कर दो।
👉 भद्रा की उपेक्षा होने पर *विपरीत* परिणाम मिलते हैं।
👉 भद्रा का *निवास* स्वर्ग लोक, पृथ्वी लोक और पाताल लोक में माना जाता है।
👉 जब भद्रा का वास पृथ्वी लोक में होता है, तब यहॉं के *मनुष्यों* को सुख - दु:ख का अहसास होता है।
👉 *भद्रा* में यात्रा, रक्षाबन्धन, विवाह, दाहकर्म, होलिका दहन आदि अन्य माङ्गलिक कार्य करना *निषेध* है।