नई दिल्ली । बलिया गोलीकांड के तीसरे दिन भी मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस ने उस पर धीरेंद्र सहित 6 अन्य आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। इससे पहले मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने खुद वीडियो जारी कर दावा किया था कि उसने कोई गोली नहीं चलाई। साथ ही धीरेंद्र सिंह ने मांग की थी कि इस पूरे मामले की उचित जांच होनी चाहिए। इस मामले में एसडीओ, सीओ के अलावा 10 पुलिस वाले भी सस्पेंड हो चुके हैं। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था जबकि मुख्य आरोपी समेत छह आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की। वहीं पीड़ितों से मिलने के लिए शुक्रवार सुबह एडीजी वाराणसी जोन बृजभूषण व डीआईजी आजमगढ़ जोन सुभाष चंद्र दूबे भी दुर्जनपुर गांव पहुंचे। उधर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी मृतक के परिजनों से फोन पर बात की। दुर्जनपुर हत्याकांड को लेकर शुक्रवार को भी गांव में तनाव रहा। शुक्रवार सुबह एडीजी बृजभूषण के साथ डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे , एसपी देवेन्द्र नाथ व डीएम श्रीहरि प्रताप शाही दुर्जनपुर पहुंचे। अधिकारियों ने मृतक जयप्रकाश गामा के परिजनों से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि मृतक जयप्रकाश पाल के भाई चंद्रमा पाल ने अधिकारियों से 50 लाख रुपये मुआवजा तथा परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी की मांग की। वहीं परिवार के लोगों ने आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। एडीजी ने बताया कि एक आरोपित देवेन्द्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है, अन्य की तलाश की जा रही है। अफसरों ने इस मामले से शासन को अवगत कराने का भरोसा दिया। डीआईजी सुभाष चंद्र दूबे ने बताया कि आरोपितों को पकड़ने के लिये एक दर्जन पुलिस टीमों का गठन किया गया है। उनके सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। वही देर शाम पुलिस ने एक और हत्यारोपी नरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया।