विश्व के कई हिस्सों में कष्ट भरे जीवन का आना-जाना जारी है। विश्व प्रकृति और मानव निर्मित प्रकोप में इस कदर घिर रहा हैं कि एक के बाद एक कष्ट और विनाश हो रहे हैं और इसके आगे डेवलपमेंट,प्रगति, मॉर्डनाइजेशन सब फेल हो गए , विश्व चाहे चांद और मंगल के बारे में जानकारी प्राप्त करने में सफल रहे पर कभी हम कमरों में बंद तो कभी एक दूसरे से मिलने से दूर हो गए। कई जगह युद्ध होने से वहां की जिंदगी तबाह हो गई ।हर बार नई बीमारी वायरस और युद्ध कहीं ना कहीं छिड़ा हुआ है। मानव जाति को भविष्य के बारे में नए सिरे से सोचना होगा। सभी देशों में स्थापित सरकार सामूहिक रूप से चिंतन एवं आदर्श शांति नीति बनाए और साइंटिस्ट, वैज्ञानिक, डॉक्टर, पर्यावरणविद्, मौसम विभाग, स्वास्थ्य विभाग के तालमेल से कमेटी बनाकर निर्णय करना चाहिए की विकास की राह कौन सी हो जिससे विनाश ना होऔर सोचे क्या करना है क्या नहीं करना है। आवश्यकता है सभी देश अपनी सीमा विस्तार पर ना जाएं जो जहां रह रहा है उसे शांति से रहने दे आपस में युद्ध करके कभी कुछ हासिल नहीं होगा। विकास मानव जाति के स्वास्थ्य को ले कर हो। प्रकृति और पर्यावरण का संतुलन बना रहे हैं। हमने देखा है जब जब भी एक देश अपनी सीमा विस्तार करता है तो भविष्य में उसके टुकड़े भी हो जाते हैं।
महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति और कांग्रेसनीत महाविकास आघाडी के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव जीतना राजनीतिक जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। भाजपा ने शुरू में यूपी के…
लोकसभा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं।अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को विजयश्री का आशीर्वाद जनता ने दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 …
छत्तीसगढ़ के नीति निर्धारकों को दो कारकों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है एक तो यहां की आदिवासी बहुल आबादी और दूसरी यहां की कृषि प्रधान अर्थव्यस्था। राज्य की नीतियां…
भाजपा के राष्ट्रव्यापी संगठन पर्व सदस्यता अभियान में सदस्य संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है।पूर्व की 18 करोड़ की सदस्य संख्या में दस करोड़ नए सदस्य जोड़ने का…
छत्तीसगढ़ राज्य ने सरकार की योजनाओं और कार्यों को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए डिजिटल तकनीक को अपना प्रमुख साधन बनाया है। जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते…
वर्तमान समय में टूटते बिखरते समाज को पुनः संगठित करने के लिये जरूरत है उर्मिला जैसी आत्मबल और चारित्रिक गुणों से भरपूर महिलाओं की जो समाज को एकजुट रख राष्ट्र…