नई दिल्ली । शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन के सदस्य देशों की नेशनल सिक्यॉरिटी अडवाइजर्स स्तर की वर्चुअल बैठक से मंगलवार को भारत ने वॉकआउट किया। भारत के एनएसए अजीत डोभाल ने यह कदम पाकिस्तानी प्रतिनिधि की ओर से गलत नक्शा दिखाए जाने के बाद उठाया। इस नक्शे में पाकिस्तान ने पूरे जम्मू-कश्मीर के साथ जूनागढ़ और सर क्रीक को भी अपना बताया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, रूस की मेजबानी में सदस्य देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में पाकिस्तानी एनएसए ने जानबूझकर एक काल्पनिक नक्शा पेश किया जिसे पाकिस्तान हाल के दिनों से प्रचारित कर रहा है। उन्होंने कहा यह मेजबान की ओर से जारी सलाहों की उपेक्षा और बैठक के नियमों का उल्लंघन है। मेजबान से परामर्श के बाद भारतीय पक्ष ने विरोध जताते हुए बैठक को छोड़ दिया। श्रीवास्तव ने कहा, जैसा की उम्मीद की जा सकती थी, फिर पाकिस्तान ने इस बैठक को लेकर भ्रामक विचार रखे। पाकिस्तान ने 4 अगस्त को नया नक्शा जारी किया था जिसमें पूरे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और गुजरात के कुछ हिस्सों को शामिल किया गया है। पाकिस्तान ने इसे भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने की पहली वर्षगांठ से एक दिन पहले जारी किया था। पाकिस्तान का अभी कोई आधिकारिक रूप से नियुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नहीं है। मोइद यूसुफ इस तरह की बैठकों में देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान से पहले यूसुफ ने ट्वीट किया विचित्र ढंग से, मेरे भारतीय समकक्ष ने पाकिस्तान और रूस के भाषण से वॉकआउट किया। इसने मंच पर खराब अनुभव छोड़ा, जिसकी पूरी भावना सहयोग है। यूसुफ ने यह भी ट्वीट किया कि उन्होंने हाइलाइट किया कि अंतरराष्ट्रीय रूप से मान्यताप्राप्त विवादित क्षेत्र में एकतरफा और अवैध कार्रवाई क्षेत्रीय शांति और समृद्धि के लिए खतरा है।