नई दिल्ली । कोरोना के कारण देश में कई दिनों तक लॉकडाउन लागू रहा। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से अनलॉक लागू किया जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान धार्मिक स्थलों को भी बंद कर दिया गया था। हालांकि धीरे-धीरे इन धार्मिक स्थलों को खोला जा रहा है। लेकिन अभी भी ऐतिहासिक करतारपुर कॉरिडोर बंद है। लेकिन अब करतारपुर कॉरिडोर को खोलने की मांग की जा रही है। दरअसल, 9 नवंबर को ऐतिहासिक करतारपुर कॉरिडोर को बने 1 साल हो जाएंगे। वहीं ,30 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी का 551वां प्रकाश पर्व भी आ रहा है। इसकारण सिख समुदाय की ओर से लगातार करतारपुर कॉरिडोर खोले जाने की मांग हो रही है। फिलहाल करतारपुर कॉरिडोर को कोरोना के कारण भारत सरकार ने बंद कर रखा है।
दिल्ली के कई सिख संगठनों के साथ-साथ नानक नाम लेवा संगत ने भी करतारपुर यात्रा को फिर से शुरू करने की मांग कर दी है। सिख समुदाय का कहना है, कि सरकार ने पिछले 3 महीने में देश के अलग-अलग धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत दे दी है लेकिन गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोला नहीं गया है। इस बात को लेकर उन्होंने पीएम मोदी से अनुरोध भी किया है, ताकि श्री गुरु नानक देव जी के 551 वां प्रकाश पर्व पर पाकिस्तान में श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के इच्छुक के श्रद्धालु वहां जा सके। सिख समुदाय चाहता है कि करतारपुर कॉरिडोर को जल्द खोल दिया जाए। दूसरी ओर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जो पंजाब के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों में गुरुद्वारों के मामलों का प्रबंधन करती है, उसने भी केंद्र सरकार से प्रकाश पर्व के अवसर पर गलियारे को खोलने की मांग कर दी है।
उधर,पाकिस्तान के सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन की पहली वर्षगांठ मनाने की घोषणा की है। कमेटी का कहना है कि भारत से श्रद्धालुओं को आमंत्रित करने की योजना थी, लेकिन गलियारे को कोरोना के मद्देनजर भारत की तरफ से फिलहाल नहीं खोला गया है,इसकारण इसकी संभव नहीं है। हालांकि पाकिस्तान सरकार ने अक्टूबर के पहले सप्ताह में अपनी तरफ से करतारपुर गलियारे को फिर से खोल दिया था। करतारपुर गलियारा सिखों के संस्थापक गुरु नानक की अंतिम विश्राम स्थली गुरुद्वारा दरबार साहिब से डेरा बाबा नानक कस्बे को भारत के गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ता है। शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर करतारपुर गलियारे को फिर से खोलने के लिए भारतीय भूमि पत्तन प्राधिकरण को निर्देश देने का अनुरोध किया।
बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर को कोरोना के प्रकोप के बाद मार्च में बंद कर दिया गया था। इस गलियारा के जरिए भारतीय श्रद्धालु करतारपुर साहिब के लिए वीजा मुक्त यात्रा करते हैं। 551वां प्रकाश पर्व के मौके पर पहले सिख गुरु के जन्म स्थान ननकाना साहिब में आयोजित किए जा रहे कार्यों में भाग लेने के लिए पाकिस्तान सरकार से भारतीय तीर्थ यात्रियों को 3000 वीजा जारी करने का फैसला लिया गया है। हर साल प्रकाश पर्व मनाने के लिए भारत से 3000 लोग पाकिस्तान जाते हैं। हालांकि इस बार पाकिस्तान में कोरोना को ध्यान में रखते हुए भारतीय तीर्थ यात्रियों को सिर्फ 5 दिन का वीजा देने का ऐलान किया है। भारत ने कहा है कि करतारपुर गलियारे को फिर से खोले जाने का फैसला कोविड-19 संबंधी प्रोटोकॉल और पाबंदियों में ढील के तहत किया जाएगा।