कहते हैं कलम मै वह ताकत है जो किसी भी हथीयार में नहीं है। कलम का धनी अपनी बुद्धि से सच झूठ अच्छा बुरा वास्तविकता छलावा ज्ञान विज्ञान सब बातों को उजागर कर सकता है। और यह सब काम न्यूज़ रिपोर्टर बखूबी करते हैं अच्छे न्यूज़ रिपोर्टर सच्चाई की उस मूर्ति को सबके सामने लाते हैं जो अमूमन दिखती नहीं है। कई बार तो न्यूज़ रिपोर्टर अपनी जान पर खेल जाते हैं पर सच्चाई को सामने लाने से नहीं डरते हैं। न्यूज़ रिपोर्टर आपको राह दिखाता है I आपको मार्गदर्शन देता है I आपके लिए चिंतन करता है I मनन करता है और अपनी तर्क बुद्धि से वह सब अर्थ लगा लेता है जो कहे नहीं जाते। हालांकि न्यूज़ रिपोर्टर के रिटायरमेंट पर पेंशन नहीं होती। जान जोखिम का खतरा सदैव बना रहता है। वह जिसकी भी बुराइयां या गलती उजागर करेगा, वह ताह जिंदगी उस रिपोर्टर का दुश्मन बना रहेगा। हम अक्सर देखते हैं कि बड़े-बड़े चिंतक लेखक एक फकीराना अंदाज की जिंदगी में रहते हैं I उनकी अपनी एक अलग ही दुनिया होती है। उन्हें ऊंच-नीच पैसे का लगाव कम होता है लेकिन दुनियादारी की चिंता बहुत होती है। बड़े-बड़े संत कबीर जैसे अपने चिंतन से क्या-क्या नहीं कह गए। आज के रिपोर्टर एक जागरूक चौकीदार की भूमिका निभाते हैं तो कुटीर दिमाग वाले भ्रष्टाचारियों का डरना बहुत वाजिब है और इसीलिए यदि कोई स्कैंडल होता है तो उसे रिपोर्टर कभी भी उजागर कर देते है।
अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, इंजीनियर) ये लेखक के अपने विचार है
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