नववर्ष : नव चिंतन के साथ सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने में जुटे शिवराज
Updated on
06-01-2021 02:33 PM
नव वर्ष में नए अंदाज और नए तेवर से मंत्रालय से लेकर मैदानी अफसरों तक को नई दृष्टि और नव दिशा की स्फूर्ति दायक खुराक दे चुके मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंगलवार 5 जनवरी को अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों को भोपाल से 40 किलोमीटर दूर कोलार वन विश्रामगृह के प्राकृतिक सौंदर्य की छटा बिखेरते सुरम्य माहौल में नए साल का एजेंडा अच्छे ढंग से समझा दिया है। हमेशा ही नवाचार करने में अव्वल रहने वाले मुख्यमंत्री के रूप में पूरे देश में अलग पहचान बना चुके शिवराज ने परंपरागत सोच से बाहर आकर नए तौर-तरीकों याने नव चिंतन के साथ कार्य योजना बनाकर मध्यप्रदेश को देश में सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अभियान में जुट जाने का आवाहन किया है। उन्होंने बैठक की शुरुआत के पूर्व ही साफतौर से समझा दिया कि ’हम सब आज यहां आउट ऑफ बॉक्स थिंकिंग के लिए जमा हुए हैं। हम सबको ऐसा काम करना है कि अगले साल भी सभी हमें बधाई दें। इस प्रकार उन्होंने 2021 के पूरे साल किस लक्ष्य को सामने रखकर आगे बढ़ना है उसका खाका मंत्रियों से लेकर अफसरों तक को समझा दिया है कि वह इस साल में आत्मनिर्भर तथा पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ मध्यप्रदेश गढ़ना चाहते हैं। शिवराज ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए विभागवार एक्सरसाइज कर अच्छे कार्यों को संपादित करने के निर्देश दिए।
शिवराज के अनुसार अब तक किए गए कार्य जनहित की प्रतिबद्धता के परिचायक हैं और इन्हें अच्छा खासा जन समर्थन भी मिला है। बीते लगभग 10 माह में प्रदेश के विकास की नई इबारत लिखकर तस्वीर बदलने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। सरकार के अनेक कार्य जनता के हित की प्रतिबद्धता के परिचायक हैं और इन्हें जन समर्थन भी मिला। माफिया के विरुद्ध की जा रही कार्रवाई और नशे से युवा वर्ग को बचाने के ठोस प्रयासों का अच्छा संदेश गया है। मुख्यमंत्री ने साफतौर पर कहा कि जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य रखा कि तुरंत ही उस दिशा में प्रदेश कैसे अग्रणी बने चिंतन की प्रक्रिया शुरू करते हुए ठोस पहल की गई। सभी मंत्रियों,अर्थशास्त्रियों, नीति आयोग के पदाधिकारियों और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने विचार मंथन कर मध्यप्रदेश रोडमैप की तैयारी की जिससे हमारे प्रयास सार्थक हुए।मध्यप्रदेश सबसे पहले यह रोडमैप बनाने में सफल हुआ। शिवराज के अनुसार अर्थव्यवस्था, रोजगार सुशासन, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के मुद्दों पर रोडमैप में विस्तार से कार्य का निर्धारण किया गया है। प्रदेश में अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए अच्छी राजस्व वसूली का कार्य कुछ प्रयासों से ही संभव है। इस दिशा में अच्छी उपलब्धि मिल रही है। विशेषकर जीएसटी कलेक्शन में मध्यप्रदेश अन्य राज्यों से आगे है। राजस्व वृद्धि के प्रयास तेज किए जाएं।
शिवराज ने अपने विजन को समझाते हुए कहा कि मंत्रीगण चिंतन कर विभाग की योजनाओं को तेजी से क्रियान्वित करवाएं। अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर बेहतर परिणाम दे सकते हैं। प्रयास होना चाहिए कि एक वर्ष में हम बहुत सी उपलब्धियां अर्जित कर लें और देश के सभी राज्य मध्यप्रदेश को बधाई दें। हम ऐसी स्थिति में आ जाएं कि मध्य प्रदेश अग्रणी स्थिति में आकर देश में एक उदाहरण माना जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने रेत उत्खनन के संबंध में लागू की जा रही नई व्यवस्था की भी जानकारी दी जिससे राजस्व आय बढ़ेगी साथ ही अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।
निकाय चुनाव के लिए कमर कसते कमलनाथ
भले ही नगरीय निकाय के चुनाव फिलहाल टल गए हों पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अभी से इसके लिए कमर कस ली है ताकि इन चुनावों को वह जीत कर कार्यकर्ताओं को संजीवनी बूटी उपलब्ध करा सके। कमलनाथ ने कहा है कि नगरीय निकाय चुनाव विधानसभा चुनाव का आधार हैं इसलिए सभी नेता और कार्यकर्ता जी-जान से जुट जाएं। यही याद रखें की जैसा बीज बोएंगे-वैसी की फसल काटेंगे। कमलनाथ ने यह भी कहा कि आज की राजनीति व समय परिवर्तित हो चुका है, जिसने परिवर्तन को अपना लिया वही सफल। अब वह समय गया कि जब एक व्यक्ति हजारों मतदाताओं को किसी एक के पक्ष में करने की गारंटी ले लिया करता था। आज तो वह समय है जिसमें एक व्यक्ति अपने घर के व घर के आसपास के वोटों की भी गारंटी नहीं ले सकता है। नगरीय निकाय चुनाव को छोटा चुनाव ना समझें, इसे हल्के में ना लें, इसे बेहद गंभीरता से लें। यह चुनाव विधानसभा चुनाव का आधार है, इस चुनाव से आप जनता से अपने संबंधों को और मजबूत व प्रगाढ़ बना सकते हैं। नगरीय निकाय चुनाव के प्रभारियों-सहप्रभारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कमलनाथ ने कहा कि अपने-अपने क्षेत्रों में निष्पक्ष तरीके से योग्य उम्मीदवारों का चयन करें और योग्य उम्मीदवारों के नाम प्रदेश कांग्रेस कमेटी को तय समय सीमा में सौपें। कांग्रेस की पैठ वार्ड स्तर व पंचायत स्तर तक है, बस आवश्यकता है अपनी बात को मतदाताओं तक सही ढंग से पहुंचाने की। महिलाओं के टिकट को लेकर उन्होंने कहा कि इन चुनावों में उन्हीं महिलाओं को टिकट में प्राथमिकता मिलेगी जो समाज में, राजनीति में मैदानी स्तर पर सक्रिय होगीं। घरेलू व राजनीति से दूर रहने वाली नेताओं की पत्नियों को टिकट नहीं दिए जाएंगे। वार्ड के परिणाम यदि अच्छे होंगे तो महापौर व अध्यक्षों के परिणाम भी अच्छे मिलेंगे। इसलिये हमें वार्ड स्तर तक पार्टी की जीत के लिये कार्य करना है। उम्मीद करता हूं कि आप अच्छे परिणाम लेकर लौटेंगे। आपकी पार्टी के प्रति निष्ठा, समर्पण है, इसलिये आप आज यहां सब काम छोड़कर आये हैं, क्योंकि आपका पार्टी की संस्कृति में विश्वास है। कमलनाथ ने कहा कि हमें ईव्हीएम में गड़बड़ी को लेकर निरंतर शिकायतें मिल रहीं हैं, ईव्हीएम का हम विरोध करते हुए इसको लेकर लड़ाई लड़ेंगे।
और अंत में............
भले ही पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव की 28 दिसंबर को विधानसभा के घेराव करने के लिए ट्रैक्टर रैली की योजना प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के फैसला बदलने से स्थगित हो गई हो पर अरुण यादव नए कृषि कानूनों के विरोध और आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में मैदान में उतर गए हैं। कम से कम अरुण यादव और प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया सोशल मीडिया का मोह छोड़कर मैदान में संघर्ष करते नजर आ रहे हैं। विदिशा जिले के सिरोंज में किसान सम्मेलन में ट्रैक्टर रैली में पूर्व मंत्री तथा विधायक जयवर्धन सिंह सहित वरिष्ठ नेताओं और किसानों ने शिरकत की है। अरुण यादव को मैदान में संघर्ष करने और किसानों का नेतृत्व करने की सलाह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दी थी और अब उन्होंने उस पर अमल चालू कर दिया है।
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