नई दिल्ली। सरकार व्यावसायिक वाहनों में आधुनिक तकनीक की मदद से चालकों और सड़क यात्रियों दोनों का जीवन सुरक्षित बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसके तहत ट्रक-टेलर में पार्किंग अलर्ट सिस्टम लगाने की तैयारी है। इसके साथ ही निजी वाहनों की तर्ज पर व्यावसायिक वाहनों में एयरबैग, ओवर स्पीड सिस्टम व सीट बेल्ट रिमांडर आदि उपाय लागू करने की योजना है।
सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में व्यावसायिक वाहनों को बैक करते हुए किसी बच्चे अथवा जानवर के दबकर मौत होने की घटनाएं आम हैं, इसलिए ट्रकों में रियर पार्किंग अलर्ट सिस्टम लगाना होगा। इससे वाहन बैक करते हुए चालक अपने केबिन में कैमरे से दृश्य देख सकेगा। इसके अलावा चालक व सहायक के लिए ट्रक में एयरबैग अनिवार्य किया जा रहा है जिससे टक्कर होने पर उनकी जान बच सके। ट्रकों में सीट बेल्ट अलर्ट सिस्टम लगाया जाएगा। यदि चालक अथवा सहायक सीट बेल्ट नहीं लगाएगा तो रिमांइडर ध्वनि देकर सीट बेल्ट लगाने की याद दिलाएगा। इतना ही नहीं, ट्रक को ओवर स्पीड दौड़ाने पर केबिन में लगा अलर्ट सिस्टम बीप की आवाज के साथ चालक को सावधान कर देगा।
सड़क हादसे 50 फीसदी कम करने का लक्ष्य विदित हो कि सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 2020 तक सड़क हादसों में मृतकों की संख्या 50 फीसदी कम करने का लक्ष्य रखा है। वर्तमान में पांच लाख सड़क हादसों में डेढ़ लाख लोगों की मौत होती है और चार लाख लोग अपंगता का शिकार हो जाते हैं। अधिकारी ने बताया कि अतिरिक्त संरक्षा के विशेष उपाय से ट्रक की कीमत पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा लेकिन तकनीक की मदद से चालक व दूसरों की जान बचाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय ने ऑटोमोबिल उद्योग मानक संबंधी नया मसौदा तैयार किया है। मंत्रालय ने मसौदा को लेकर हितधारकों से सुझाव व आपत्ति मांगी है। इसके बाद नए मानक से जुड़ी अधिसूचना जल्द जारी कर दी जाएगी।
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