इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी पत्नी और बेटों के लिए जीवनभर की सिक्योरिटी की मांग की है। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक महीने की शुरुआत में ही नेतन्याहू ने इजराइल की घरेलू खुफिया एजेंसी शिन बेत से पत्नी और बेटों की जीवनभर की सिक्योरिटी डीटेल्स पर रिपोर्ट मांगी।
हालांकि, शिन बेत ने उन्हें फिलहाल इस मुद्दे पर कुछ भी डिस्कस नहीं करने को कहा है। अगर शिन बेत उनके प्रस्ताव को स्वीकार करता है तो नेतन्याहू के परिवार को तब भी सिक्योरिटी मिलती रहेगी जब वे प्रधानमंत्री नहीं होंगे।
हालांकि, इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने इन रिपोर्ट्स को झूठा कहा है। वहीं, एक और रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि नेतन्याहू के बेटे याइर को शिन बेत के सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ दक्षिण अमेरिका के देश ग्वाटेमाला में घूमते हुए देखा गया है। याइर 8 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई जंग के बाद से ही अमेरिका में हैं।
PM पद छोड़ने के बाद सिर्फ 6 महीने सिक्योरिटी का नियम
इजराइली नियमों के तहत, पूर्व प्रधानमंत्री के परिवार को कार्यकाल समाप्त होने के बाद शुरुआती छह महीने तक सुरक्षा मिलती है। नेतन्याहू ने 2019 में एक मंत्रिस्तरीय समिति के जरिए इस सीमा को एक साल तक बढ़ा दिया था।
हालांकि, कुछ ही समय बाद उसी मंत्रिस्तीय समिति ने सुरक्षा मुहैया कराने की अवधि को करके फिर से छह महीने कर दिया। खुफिया एजेंसी ‘शिन बेत’ ने सिफारिश स्वीकार कर ली थी। 2021 में शिन बेत ने कहा था कि नेतन्याहू की पत्नी या उनके बच्चों को कोई खतरा नहीं है।
सीजफायर डील हुई तो भी जंग खत्म नहीं करेंगे नेतन्याहू
नेतन्याहू ने रविवार को कहा है कि अगर सीजफायर डील हुई तो भी वे हमास के खिलाफ जंग खत्म नहीं करेंगे। जंग के बाद दिए गए अपने पहले इंटरव्यू में जब नेतन्याहू से जंग खत्म करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे इजराइली बंधकों की रिहाई के बदले कुछ समय तक सीजफायर के लिए तैयार हैं पर वो हमास के खिलाफ जंग को खत्म नहीं करेंगे।
नेतन्याहू ने ये भी बताया की गाजा में जंग का सबसे अहम पड़ाव अब खत्म हो चुका है। वहीं, सीजफायर डील नहीं होने के चलते इजराइल में नेतन्याहू से इस्तीफे की मांग बढ़ती जा रही है। रविवार को बंधकों के परिवार वालों ने इजराइल में प्रधानमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि जंग के 8 महीने बाद भी उनकी सरकार बंधकों को रिहा नहीं करा पाई है। नेतन्याहू अपनी राजनीति के लिए जंग को लंबा खींच रहे हैं।
इजराइल के इतिहास को देखें तो जंग के साथ प्रधानमंत्रियों का कार्यकाल भी खत्म होता रहा है। ऐसा एक या दो नहीं, बल्कि पूरे तीन बार हो चुका है कि जिस PM के शासनकाल में जंग हुई, उसे कुर्सी छोड़नी पड़ी।
क्या जंग जीतकर भी हार जाएंगे नेतन्याहू...
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू। कोई इन्हें जादूगर कहता है, कोई किंग बीबी तो कोई मिस्टर सिक्योरिटी। बिना बहुमत के भी वो सरकार बनाने में कामयाब रहे। इस वजह से इनके बारे में कहा जाता है कि ये हार के जबड़े से जीत को खींच लाते हैं। हालांकि, 3 बड़ी वजह हैं जो इस बात की तरफ इशारा करती हैं कि नेतन्याहू ये जंग जीतकर भी हार जाएंगे।