भागलपुर | जिले की सातों सीट की तस्वीर साफ हो गई।
2015 में जहां भागलपुर में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया था, वहीं इस बार सात में तीन सीट पर विजय हासिल की।
भाजपा ने कहलगांव, पीरपैंती और बिहपुर सीट जीत ली। ये तीनों सीट एनडीए के लिए चुनौती थी।
जिले के कहलगांव से बीजेपी के पवन यादव ने पूर्व विधानसभा अध्यक सह् कांग्रेश विधायक दल के नेता एवं कांग्रेस के जाने-माने दिग्गज नेता सदानंद सिंह जिन्होंने 9 बार कहलगांव में जीत हासिल की उनके बेटे कांग्रेस प्रत्याशी शुभानंद मुकेश को करारी हार का सामना करना पड़ा । पवन यादव ने सुभानंद को भारी मतों से हराया।
चुनाव परिणाम में सबसे अधिक मतों से कहलगांव सीट के बीजेपी प्रत्याशी पवन कुमार यादव ने जीत दर्ज की। कहलगांव विधानसभा क्षेत्र में पहले फेज में 28 अक्टूबर को मतदान हुआ था। कल मंगलवार की देर रात आए चुनाव परिणाम में पवन कुमार यादव ने सर्वाधिक 42 हजार 626 वोट से अपनी जीत का परचम लहराया है। पवन की बढ़त शुरू से ही बनी रही। जो अंत तक बरकरार रही।
2015 के विधानसभा चुनाव में भी पवन कुमार यादव ने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इस विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह लंबे समय तक विधायक रहे हैं। लेकिन इस बार उन्हौंने अपने पुत्र शुभानंद मुकेश को अपनी राजनीतिक विरासत सौंपकर चुनाव मैदान में उतारा था। लेकिन शुभानंद को पटकनी देकर पवन जीत दर्ज करने में कामयाब रहे।
कहलगांव अनुमंडल के पीरपैंती विधानसभा से भाजपा के ललन पासवान ने राजद के सीटिंग एमएलए रामविलास पासवान को, बिहपुर से भाजपा के ई.कुमार शैलेंद्र ने राजद के पूर्व सांसद बुलो मंडल को हराकर जीत हासिल की।
हालांकि भागलपुर में कांग्रेस के सीटिंग विधायक अजीत शर्मा जीत गए। उन्होंने भाजपा के रोहित शर्मा को हराया। वे लगातार तीसरी बार जीत रहे हैं।
जिले के नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर विधानसभा से जदयू के गोपाल मंडल ने राजद के शैलेश कुमार को हराया। वे लगातार चौथी बार जीते हैं।
सुल्तानगंज सीट भी जदयू के खाते में गई। यहां प्रो. ललित नारायण मंडल ने कांग्रेस के ललन कुमार को हराया।
वैसे नाथनगर सीट जदयू के हाथ से निकल गई। सीटिंग एमएलए लक्ष्मीकांत मंडल को राजद के अली अशरफ सिद्दीकी ने हरा दिया।
सातों विधानसभा सीटों में से केवल गोपालपुर ही ऐसा रहा, जिसने रिकार्ड कायम किया है। गोपालपुर से जदयू के गोपाल मंडल ने चौथी बार जीत दर्ज की है। इस सीट पर पहली बार ऐसा हुआ है कि लगातार चौथी बार से किसी प्रत्याशी की जीत हुई है। 63 साल में ऐसा पहली बार हुआ है।
2005 अक्टूबर से जदयू के गोपाल मंडल लगातार चौथी बार जीते हैं। जबकि इससे पहले कभी राजद, तो कभी कांग्रेस और उससे पहले सीपीआई ने इस सीट पर अपनी जीत दर्ज कराई है।
इस बार गोपाल मंडल के सामने पहली बार चुनावी मैदान में उतरे राजद के शैलेश कुमार थें जिन्हें हार का सामना करना पड़ा। लोजपा के सुरेश भगत भी हार गए। पिछली बार गोपाल ने एनडीए से भाजपा के अनिल कुमार को हराया था। उससे पहले दो बार लगातार राजद के अमित राणा को हराया था।
भागलपुर सीट पर इस बार भी भाजपा अपनी जीत दर्ज नहीं करा सकी। इस सीट पर भाजपा के रोहित पांडे और कांग्रेस के अजीत शर्मा के बीच कांटे की टक्कर हुई। शुरुआती राउंड में अजीत शर्मा आगे औरर फिर रोहित पांडे आगे हो गए। काफी समय तक रोहित बढ़त बनाए हुए रहे लेकिन बाद में वे पिछड़ते चले गए और जीत के कगार पर पहुंच कर भी भाजपा के रोहित पांडे हार गए।
जबकि कांग्रेस के अजीत शर्मा काफी कम अंतर से जीते।
जिले की सात विधानसभा क्षेत्र से चुने गए सात विधायकों में से चार नए चेहरे इस बार पटना पहुंचेंगे। जबकि दो विधायक को फिर जनता ने जीत की माला पहनाई है। एक विधायक ने दूसरी बार जीत का स्वाद चखा है।
पहली बार चुनाव जीतने वालें में पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र से जीते ललन कुमार, कहलगांव विधानसभा क्षेत्र से विजयी पवन कुमार यादव, नाथनगर विधानसभा क्षेत्र से विजयी अली अशरफ सिद्दीकी तथा सुल्तानगंज विधानसभा क्षेत्र के विजेता बने प्रो० ललित नारायण मंडल हैं।
भागलपुर विधानसभा क्षेत्र से विजयी अजीत शर्मा तीसरी बार व गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार विधायक बनने में कामयाब रहं। बिहपुर विधानसभा क्षेत्र से 2015 में हार का मुंह देखने वाले ई. शैलेंद्र दूसरी बार विधायक बने हैं।