आम लोगों के लिए खुला मुंबई का मरीन ड्राइव, चहल-पहल शुरू
Updated on
06-06-2020 02:07 PM
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने सीआइएसएफ तैनात
मुंबई। मुंबई का मरीन ड्राइव पर्यटकों के बीच काफी प्रसिद्ध है. लोग मरीन ड्राइव पर आउटिंग के लिए देर रात तक निकलते हैं. मॉनसून सीजन में इन इलाकों में और बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं और बारिश तथा समंदर में हाई टाईड का लुत्फ उठाते हैं. लेकिन अब मरीन ड्राइव पर ऐसा कुछ नहीं होगा. किसी पार्टी की इजाजत नहीं दी जाएगी. कोई सोशल गेदरिंग नहीं होने दी जाएगी. समुद्र की ओर मुंह करके लोगों को नहीं बैठने दिया जाएगा. यह कुछ प्रतिबंधों के साथ मिशन की शुरुआत हुई है. दरअसल महाराष्ट्र से कोरोना संकट टला नहीं है लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने अब समुद्र तटों के किनारे सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे तक के लिए घरों से बाहर निकलने की अनुमति दे दी है. जिसके बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं. यही वजह है कि मुंबई के सबसे लोकप्रिय मरीन ड्राइव पर एक बार फिर लोग दिखने लगे हैं.
गुरुवार शाम से ही मरीन ड्राइव पर लोगों की आवाजाही शुरू हो गई है. लोग कसरत करते, दौड़ते, टहलते दिख रहे हैं. हालांकि सब गतिविधियों के बीच ऐसा भी दिख रहा है जो इससे पहले मरीन ड्राइव पर कभी नहीं दिखा. मुंबई पुलिस के साथ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की तैनाती की गई है. पहले तो लोग थोड़े सकते में आए लेकिन जल्द ही उन्हें लगा कि किसी चिंता की बात नहीं है. ये जवान लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग की सीख दे रहे हैं, सरकार की ओर से जारी नियमों का पालन करा रहे हैं. सीआईएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट अक्षय उपाध्याय कहते हैं कि, 'सीआइएसएफ की तैनाती मुंबई पुलिस की मदद के लिए की गई है. हमारी तैनाती इसलिए हुई है कि यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो और लोग नियमों से बंधे रहें.' मरीन ड्राइव पर लोग चल सकते हैं, जॉगिंग कर सकते हैं, कसरत कर सकते हैं और साइकिल चला सकते हैं. लेकिन यह सब करते हुए उन्हें कोरोना प्रोटोकॉल और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा. लोगों को हमेशा मास्क लगाना होगा. उन्होंने कहा, 'लोगों को हर हाल में सावधानी बरतनी होगी. हमारे जवान यह तय करेंगे. लोगों को नियम समझाए जाएंगे. कोविड-19 महामारी हमारे बीच में ही है, ऐसे में हमें सावधान रहना होगा.'
- लोगों को नियमों की जानकारी होनी जरुरी
उधर मुंबई पुलिस भी यह मानती है कि लोगों को घर से निकलने से पहले इस बात की जानकारी होनी जरूरी है कि किस तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है. पुलिस का कहना है कि हर कोई सरकारी गाइडलाइंस के बारे में नहीं जानता. हम ऐसे लोगों को सूचना देंगे. मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, 'इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन्हें बताएं और इसलिए पहल करें. अगर लोग पुलिस या सीआईएसएफ को नहीं सुनते हैं और चेतावनी को नजरअंदाज करते हैं तो कानून अपना रास्ता अपनाएगा.'
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