नई दिल्ली ।देश में परसों यानी 1 नवंबर से आपकी रोजाना की जरूरतों से जुड़ी वस्तुओं और सर्विस से जुड़े सात नियमों में बदलाव होने वाला है जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ने वाला है। रसोई गैस सिलेंडर से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव होने वाला है। एक नवंबर से सिलेंडर बिना ओटीपी के नहीं मिलेगा। अब आपके घरेलू गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी की प्रक्रिया पहले जैसी नहीं होगी। 1 नवंबर से सिलेंडर की कीमतों में भी बदलाव होगा। चोरी रोकने और सही ग्राहक की पहचान के लिए तेल कंपनियां नया एलपीजी सिलेंडर का नया डिलीवरी सिस्टम 1 नवंबर से लागू करने वाली हैं। इस नए सिस्टम को का नाम दिया जा रहा है यानी डिलीवरी ऑथेंटिकेशन कोड। पहले 100 स्मार्ट सिटी में यह सिस्टम लागू होगा। केवल बुकिंग करा लेने भर से सिलेंडर की डिलीवरी नहीं होगी। आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक कोड भेजा जाएगा उस कोड को जब तक आप डिलीवरी ब्वाय को कोड नहीं दिखायेंगे तब तक सिलेंडर की डिलीवरी नहीं होगी। अगर किसी कस्टमर का मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है तो डिलीवरी ब्वाय के पास के ऐप होगा, जिसके जरिए वह रियल टाइम अपना नंबर अपडेट करवा लेगा और उसके बाद कोड जनरेट हो जाएगा। ये सिस्टम कमर्शियल सिलेंडर पर लागू नहीं होगा।हर महीने की पहली तारीख को ऑयल कंपनियां एलपीजी सिलेंडर की कीमतें तय करती हैं। ऐसे में 1 नवंबर को सिलेंडर की कीमतों में बदलाव हो सकता है। अक्टूबर में ऑयल कंपनियों ने कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी की थी। बैंक ऑफ बड़ौदा में अब अपना पैसा जमा करने और निकालने के लिए भी फीस देना पड़ेगी। 1 नवंबर से तय सीमा से ज्यादा बैंकिंग करने पर अलग से शुल्क लगेगा। इस पर बैंक ऑफ इंडिया, पीएनबी, एक्सिस और सेंट्रल बैंक भी जल्द फैसला लेंगे। बैंक ऑफ बड़ौदा ने चालू खाते, कैश क्रेडिट लिमिट और ओवरड्राफ्ट अकाउंट से जमा-निकासी के अलग और बचत खाते से जमा-निकासी के अलग-अलग शुल्क निर्धारित किए हैं। लोन अकाउंट के लिए महीने में तीन बार के बाद जितनी बार ज्यादा पैसा निकालेंगे, 150 रुपये हर बार देने पड़ेंगे। बचत खाते में तीन बार तक जमा करना मुफ्त मगर चौथी बार जमा किया तो 40 रुपये देने होंगे। वरिष्ठ नागरिकों को भी बैंक ने कोई राहत नहीं दी है।