नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीन के साथ जारी बीते 6 महीने से गतिरोध का जिक्र अब अमेरिका के साथ होने वाली 2+2 के बाद हुआ। साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा, 'आज हम वार मेमोरियल गए थे। हमने उन वीरों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने भारत के लिए अपनी जान दी। इनमें वो 20 जवान भी शामिल हैं, जिन्हें गलवान में चीन ने मारा था। भारत अपनी अखंडता के लिए खतरों से लड़ रहा है और अमेरिका भारत के साथ खड़ा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने रक्षा राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि अमेरिका, भारत के द्वारा उसकी अखंडता और अक्षुण्णता के लिए उठाए जा रहे कदमों पर उसका साथ देगा। पोम्पियो ने कहा कि हमारे नेता और नागरिक स्पष्टता से देख रहे हैं कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी लोकतंत्र, कानून के शासन और पारदर्शिता में विश्वास नहीं रखता। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि भारत और अमेरिका सभी खतरों के खिलाफ सहयोग को मजबूत करने के लिए सभी कदम उठा रहे हैं। पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका और भारत सभी तरह के खतरों के खिलाफ सहयोग को मजबूत करने के लिए कदम उठा रहे हैं। पिछले साल, हमने साइबर मुद्दों पर अपने सहयोग का विस्तार किया है, हमारी नौसेनाओं ने हिंद महासागर में संयुक्त अभ्यास किया है।