भोपाल। राजधानी के एकमात्र महालक्ष्मी मंदिर करुणाधाम में दीपोत्सव की उमंग भरी रंगारंग शुरुआत मंगलवार को धनतेरस पर्व से हुई। गुरुदेव सुदेश शांडिल्य एवं उनकी धर्मपत्नी ममता शांडिल्य (गुरु मां) द्वारा माता महालक्ष्मी का अभिषेक किया गया।
शाम के समय विश्व शांति और समृद्धि की कामना करते हुए रामधुन की गई एवं 600 आकाश दीप छोड़े गए। रात के समय रंगारंग आतिशबाजी से आधा घंटे तक करुणाधाम आश्रम और आसपास का इलाका रंगबिरंगी रोशनी से जगमगाता रहा।