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मार्गशीर्ष अमावस्या

Updated on 01-12-2024 08:53 AM

मार्गशीर्ष मास को हिंदू धर्म में एक पवित्र महीना माना जाता है. इस महीने में आने वाली मार्गशीर्ष अमावस्या का विशेष महत्व होता है. बाकी अमावस्याओं की तरह मार्गशीर्ष अमावस्या को भी पितृ पूजा के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन स्नान, दान, हवन और पितरों का श्राद्ध किया जाता है और उन्हें तर्पण दिया जाता है.

मार्गशीर्ष अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. इस दिन पितरों का तर्पण किया जाता है और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पूजा-अर्चना की जाती है. मान्यता है कि इस दिन किए गए दान और पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है. यह दिन पितरों की शांति और जीवन के कष्टों से मुक्ति के लिए शुभ माना जाता है. अगर आप नदी पर नहीं जा सकते, तो घर पर गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं और तर्पण कर सकते हैं. इस दिन सात्विक भोजन और ब्राह्मणों को दान करना भी लाभकारी होता है. अमावस्या के दिन दान करना बहुत शुभ माना जाता है. आप अपनी क्षमता के अनुसार अन्न, वस्त्र, धन आदि का दान कर सकते हैं. आइए जानते हैं इस बार मार्गशीर्ष अमावस्या का स्नान-दान का शुभ मुहूर्त क्या रहेगा.

मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि :
पंचांग के अनुसार, 2024 में मार्गशीर्ष अमावस्या तिथि 30 नवंबर को सुबह 10 बजकर 29 मिनट से शुरू होगी और 1 दिसंबर को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर इसका समापन होगा. इसलिए उदया तिथि के अनुसार, इस बार मार्गशीर्ष अमावस्या का व्रत 01 दिसंबर 2024 को रखा जाएगा.

मार्गशीर्ष अमावस्या 2024 स्नान-दान मुहूर्त :
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन ब्रह्म मुहूर्त से स्नान और दान करना उत्तम होगा. इसके अलावा मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन ब्रह्म मुहूर्त और सुकर्मा योग में भी स्नान, दान, पूजा-पाठ करना बहुत ही शुभ माना जाता है.

हिन्दू धर्म में अमावस्या का महत्व : 

अमावस्या हिंदू चंद्र कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण दिन है. यह वह दिन होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है, जिसके कारण चंद्रमा दिखाई नहीं देता. अमावस्या हर महीने आती है और इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बहुत अधिक है. अमावस्या को पितरों को श्रद्धांजलि देने का दिन माना जाता है. इस दिन पितृ दोष से मुक्ति के लिए तर्पण, पिंडदान आदि किए जाते हैं. मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन शनिदेव की पूजा करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है. कई लोग अमावस्या के दिन व्रत भी रखते हैं . अमावस्या के दिन कई तरह के धार्मिक अनुष्ठान भी किए जाते हैं.


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