मंदसौर । भोपाल में पकड़ी गई एमडी ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री चलाने के मामले में गिरफ्तार तीसरे आरोपित मंदसौर निवासी हरीश आंजना से पुलिस ने रात भर पूछताछ की और सोमवार को दोपहर गुजरात एटीएस उसे अपने साथ ले गई। इससे पहले उससे पूछताछ करने के लिए रतलाम से खुद डीआईजी कंट्रोल रूम पहुंचे, जहां लंबी पूछताछ की गई।
पुलिस के अनुसार, हरीश से पूछताछ में नशे के इस कारोबार में कई और लोगों के लिप्त होने की जानकारी मिली है। पुलिस को हरीश के एक साथी मंदसौर के ही प्रेम पाटीदार का भी पता चला है। वह फरार हो गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हरीश आंजना भोपाल में चल रही एमडी ड्रग्स फैक्ट्री में पार्टनर ही था और वह ड्रग्स सप्लाई का कार्य करता था।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि राजस्थान के सीमावर्ती एक गांव का लाला भी इस गैंग से जुड़ा हुआ है। हरीश ने पुलिस को जानकारी दी है कि भोपाल की फैक्ट्री में बना एमडी ड्रग्स लाला लेकर आता था और उसे हरीश व प्रेम पाटीदार खपाते थे।
डीआइजी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक की पूछताछ में सामने आया है कि हरीश आंजना गुजरात के वापी से केमिकल भी लेकर आता था। इससे एमडी ड्रग्स बनाई जाती थी। पुलिस के अनुसार, आंजना इससे पहले भी तस्करी के मामले में पकड़ा जा चुका है।
बता दें कि गुजरात एटीएस और एनसीबी के हाथ मौके पर लगे दो आरोपितों नासिक का सान्याल बाने और भोपाल के अमित प्रकाश चतुर्वेदी के अलावा तीसरा आरोपित हरीश आंजना मंदसौर जिले के माल्या खेरखेड़ा गांव का निवासी है। सान्याल और अमित से पूछताछ में नाम सामने आने पर मंदसौर पुलिस ने रविवार को ही हरीश को पकड़ लिया था।