मैनपुरी एक तरफ जिला के लोग उमस भरी गर्मी से वेचैन है। इस गर्मी के चलते लोग पहले से ही बामारियों की चपेट में है। शायद ही ऐसा कोई घर होगा जिस घर एक न एक बीमार व्यक्ति न मिलें। ऐसे में जिला मैनपुरी में ढंग से विद्युत कटौती हो रही है। सूवे में भाजपा सरकार की सरकार में जिला मैनपुरी विजली के मामले में सपा का गढ़ होने का दंश झेल रहा है। जिला में ढंग से विजली कटौती हो रही है। जिला के सभी कस्वों में विजली कटौती का नियम चल रहा है। जिला में दिन में तो विजली मिलना विल्कुल मुश्किल हो गया है। दिन के उजाले में लगभग सभी कस्वों में चार से पांच विजली मिल पा रही है। विजली कटौती से जिला के अंदर हाहाकर मचा हुआ है। जिला में सबसे ज्यादा कटौती सपा के असली गढ़ करहल क्षेत्र में हो रही है। करहल के लोग वताते है कि विजली दिन दो घंटे मिल जाए या फिर तीन घंटे मिल जाएं। इससे ज्यादा विजली नही मिल रही है।
सितंवर माह में उमस वाली गर्मी लोगो को वेहाल कर रही है। लोग डाक्टरों के चक्कर लगाते लगाते परेशान है। जिला के लगभग सभी घरो में एक न एक बीमार व्यक्ति मिल जाएगा। इस उमस वाली गर्मी में जिला के लोगो को ढंग से की जा रही विजली कटौती से जूझना पड़ रहा है। विजली कटौती की बात करें तो जिला के कस्वा कुरावली, भोगांव, कुसमरा, किशनी, बेवर, औंछा, घिरोर, कोसमा, करहल आदि में ढंग से विजली कटौती की जा रही है। जिला के लोग वताते है कि मैनपुरी को सपा का गढ़ कहा जाता है। शायद इसीलिए मैनपुरी की जनता को विजली के संकट वाले दौर से गुजरना पड़ रहा है। लगभग सभी कस्वों में रोस्टर के अनुसार विजली मिल रही है। रोस्टर के अलावा भी विद्युत विभाग द्वारा तार टूटने और फाल्ट होने के नाम पर कटौती की जा रही है।