Select Date:

महापंचायत : दिग्विजय ने किसान नेता के रूप में अरुण" को उभारा

Updated on 06-03-2021 12:25 AM
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह की पहल पर  गैर राजनीतिक किसान महापंचायतों के आयोजन की रूपरेखा बनी थी। उसका आगाज आज 4 मार्च को रतलाम जिले के डेलनपुर से हो गया है। भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए मध्य प्रदेश के किसानों का आभार माना। किसान महापंचायतों का सिलसिला रतलाम जिले से शुरू हो गया है। दिग्विजय ने महापंचायत शुरू होने के पहले ही एक 'चौंकाने वाला ऐलान भी किया कि इन महापंचायतों में वे कोई भाषण नहीं देंगे और न ही मंच पर जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी कांग्रेस नेता ना तो मंच पर जाएगा और ना भाषण करेगा और ना ही किसी राजनीतिक दल का झंडा लगेगा मंच से सिर्फ अरूण यादव भाषण देंगे। दिग्विजय ने यह भी साफ कर दिया कि अरुण यादव भारत कृषक समाज के अध्यक्ष हैं और वह किसान नेता के रूप में मंच पर जाकर भाषण देंगे लेकिन वे स्वयं और कांतिलाल भूरिया ना तो मंच पर जाएंगे ना भाषण देंगे। इस प्रकार उन्होंने प्रदेश में होने वाली किसान महापंचायतों के लिए पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को एक प्रकार से किसान नेता के रूप में उभार कर प्रादेशिक फलक पर खुलकर किसानों के लिए संघर्ष करने के लिए आगे बढ़ा दिया है। देखने वाली बात यही होगी कि प्रदेश में किसानों का कितना समर्थन राष्ट्रव्यापी किसान आंदोलन के लिए जुटता  है और प्रदेश में किसान आंदोलन  परवान चढ़ता है।
रतलाम में आज महापंचायत के लिए आये तीन पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया और अरूण यादव एक साथ मीडिया के सामने आए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह पूरी तरह किसानों के लिये समर्पित कार्यक्रम है, तीन महीने से दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों के समर्थन के लिये महापंचायत आयोजित की है। इसमें केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के नुकसान आदि सामने रखे जायेंगे। सिंह ने कहा कि कांग्रेस नेता महापंचायत के लिये अन्य जिलों में होने वाली यात्रा के दौरान कोई राजनीतिक बयान या बात नहीं करेंगे न ही कोई भाषण देंगे। वह खुद भी मीडिया से कोई राजनीतिक चर्चा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अरूण यादव भारत कृषक समाज के अध्यक्ष भी हैं और बतौर किसान नेता वह महापंचायतों के मंच से कृषि कानूनों व अन्य पहलुओं पर भाषण करेंगे। दिग्विजय ने कहा है कि संयुक्त एकता मंच जिन्होंने पूरे देश में आंदोलन चला रखा है उसे सहयोग करने का कांग्रेस पार्टी ने निश्चय किया है और हम सहयोग कर रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानून का संसद के अंदर और बाहर कांग्रेस पार्टी ने विरोध किया है। अब हम गैर राजनीतिक महापंचायत के माध्यम से जनता के बीच जाएंगे उन्हें समझाएंगे की हम इसका विरोध क्यों कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी एक पर्चा निकाला है जिसे हम जन-जन तक पहुंचा रहे हैं।  हम सभी को साथ लेकर चल रहे हैं और इस आंदोलन को प्रदेश के कोने-कोने तक पहुंचाएंगे। अरुण यादव ने कहा कि जब तक यह कानून वापस नहीं होंगे हम सभी वर्गों को साथ लेकर संघर्ष करते रहेंगे। प्रदेश में हम दिग्विजय सिंह की अगुवाई में गैर राजनीतिक संघर्ष तीनों कृषि कानून जब तक केंद्र सरकार वापस नहीं लेती करते रहेंगे। दिग्विजय सिंह किसान महापंचायत में शामिल हुए और किसानों के साथ ही बैठकर भोजन किया।
*नगरीय निकाय चुनावों की तैयारियां
        मध्यप्रदेश में होने वाले 407 नगरीय निकाय चुनावों की तैयारियां राज्य निर्वाचन आयोग ने काफी तेज कर दी है और उसने मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया। संकेत मिल रहे हैं कि निर्वाचन आयोग 10 मार्च तक चुनावों की तारीखों का ऐलान कर सकता है। 6 मार्च को राज्य निर्वाचन आयुक्त बी पी सिंह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के कलेक्टरों से चुनावों की तैयारियों को लेकर चर्चा करेंगे। आयोग नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम से कराएगा और पंचायतों तथा सरपंचों के चुनाव मतपत्र से कराए जाएंगे। राज्य निर्वाचन आयोग नगरीय निकाय चुनाव दो चरणों में करवाने की तैयारी में है। भाजपा और कांग्रेस तो काफी पहले से चुनावी तैयारियों में मशगूल हैं तथा आम आदमी पार्टी ने प्रदेश के नगर पालिक निगमों  के कुछ वार्ड के उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी है तो कांग्रेस ने इंदौर नगर निगम के लिए महापौर पद का उम्मीदवार विधायक संजय शुक्ला को घोषित कर दिया है।नगरीय निकाय चुनावों में असली मुकाबला तो भाजपा और कांग्रेस के बीच में होना है लेकिन देखने वाली बात यही होगी कि आम आदमी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी तथा निर्दलीय भाजपा और कांग्रेस में से किसका खेल बिगाड़ते हैं
*शहीद स्मारकों के संरक्षण की मांग
  मध्य प्रदेश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारियों की बैठक में प्रदेश समन्वयक भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में आज लगभग 30 हजार उत्तराधिकारी परिवार हैं। वे कांग्रेस के संस्कारों से जुड़े हुए हैं, उनकी रक्त शिराओं में कांग्रेस प्रवाहित होती है और वह बहुलतावादी सर्व समाज के समर्थक हैं। उन्हें कांग्रेस से जोड़ने के लिए एक रोडमैप तैयार किया गया है। प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने पार्टी की ओर से आश्वस्त किया कि कांग्रेस पार्टी इन परिवारों से निरंतर जुड़ने का प्रयास करेगी और कांग्रेस के संगठन में उन्हें उपयुक्त सम्मान देगी। बैठक में विभिन्न जिलों से आए हुए पदाधिकारियों ने स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास को संरक्षित करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने की जरूरत महसूस की। प्रकोष्ठ के समन्वयक एवं विचार विभाग के अध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने बताया कि देश की आजादी के बाद हर शहर में प्रमुख स्थानों पर आजादी की भावना को जगाए रखने के लिए शहीद स्मारक एवं जय स्तंभ का निर्माण किया गया था। यह आज राष्ट्रीय स्मारक बन चुके हैं  लेकिन इन्हें विकास के नाम पर या तो हटाया जा रहा है या तोड़ा जा रहा है यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण कार्यवाही है। कांग्रेस पार्टी के स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारियों  की इस बैठक में इन स्मारकों को संरक्षित करने एवं दर्शनीय बनाने की सरकार से मांग की गई ताकि आजादी के रणबांकुरों का इतिहास जनता के सामने प्रत्यक्ष हो।
*और अंत में..........
 दिग्विजय सिंह जो कहते हैं वह करते भी हैं और आज किसान महापंचायत के मौके पर उन्होंने वैसा ही किया जैसा कहा था। उन्होंने किसानों के मंच से राजनीति नहीं करने की बात रणनीति बनाते समय कही थी उन्होंने उसे आज साबित भी कर दिया। जब ना तो दिग्विजय ने भाषण दिया और ना ही मंच साझा किया बल्कि जमीन पर बैठकर किसानों की मांग और समस्याएं सुनी।
अरुण पटेल, लेखक                                                                 ये लेखक के अपने विचार है I 
प्रबंध संपादक सुबह सवेर 
कार्यकारी संपादक अमृत संदेश

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 16 November 2024
महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति और कांग्रेसनीत महाविकास आघाडी के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव जीतना राजनीतिक  जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। भाजपा ने शुरू में यूपी के…
 07 November 2024
एक ही साल में यह तीसरी बार है, जब भारत निर्वाचन आयोग ने मतदान और मतगणना की तारीखें चुनाव कार्यक्रम घोषित हो जाने के बाद बदली हैं। एक बार मतगणना…
 05 November 2024
लोकसभा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं।अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को विजयश्री का आशीर्वाद जनता ने दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 …
 05 November 2024
चिंताजनक पक्ष यह है कि डिजिटल अरेस्ट का शिकार ज्यादातर वो लोग हो रहे हैं, जो बुजुर्ग हैं और आमतौर पर कानून और व्यवस्था का सम्मान करने वाले हैं। ये…
 04 November 2024
छत्तीसगढ़ के नीति निर्धारकों को दो कारकों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है एक तो यहां की आदिवासी बहुल आबादी और दूसरी यहां की कृषि प्रधान अर्थव्यस्था। राज्य की नीतियां…
 03 November 2024
भाजपा के राष्ट्रव्यापी संगठन पर्व सदस्यता अभियान में सदस्य संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है।पूर्व की 18 करोड़ की सदस्य संख्या में दस करोड़ नए सदस्य जोड़ने का…
 01 November 2024
छत्तीसगढ़ राज्य ने सरकार की योजनाओं और कार्यों को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए डिजिटल तकनीक को अपना प्रमुख साधन बनाया है। जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते…
 01 November 2024
संत कंवर रामजी का जन्म 13 अप्रैल सन् 1885 ईस्वी को बैसाखी के दिन सिंध प्रांत में सक्खर जिले के मीरपुर माथेलो तहसील के जरवार ग्राम में हुआ था। उनके…
 22 October 2024
वर्तमान समय में टूटते बिखरते समाज को पुनः संगठित करने के लिये जरूरत है उर्मिला जैसी आत्मबल और चारित्रिक गुणों से भरपूर महिलाओं की जो समाज को एकजुट रख राष्ट्र…
Advertisement