मप्र के सियासी तेवर: इधर लोकतंत्र का सम्मान उधर विकास का नारियल
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24-03-2021 09:47 PM
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के त्यागपत्र का एक साल पूरा होने के अवसर पर 20 मार्च को जहां एक ओर कांग्रेस ने लोकतंत्र सम्मान दिवस मनाते हुए प्रदेश में जगह-जगह तिरंगा यात्रा निकाली, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस दिन मुख्यमंत्री निवास पर ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों के सम्मान में दोपहर भोज दिया। इसमें पार्टी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु शर्मा सहित कुछ चुनिंदा नेताओं और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके साथ भाजपा में आने वाले विधायकों, मंत्रियों और पूर्व विधायकों को ही आमंत्रित किया गया था। इस आयोजन से यह प्रतिध्वनि भी निकलती है कि सिंधिया समर्थकों और स्वयं ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार व्यक्त करना भी लंच डिप्लोमेसी का एक मकसद था। वैसे यह वास्तविकता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ उनके समर्थक कांग्रेस विधायकों के दल बदल कर भाजपा में जाने के बाद ही चौथी बार शिवराज सिंह चौहान ने 23 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। जिस प्रकार हर साल तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा आपातकाल की घोषणा को लोकतंत्र के लिए काला दिवस निरूपित करते हुए उसकी याद गैर कांग्रेसी दलों द्वारा उन लोगों को दिलाई जाती है जिन्होंने उस समय को अपनी आंखों से ना तो देखा और ना ही अनुभव किया था। उसी तर्ज पर कांग्रेस ने भी मध्यप्रदेश में लोकतंत्र सम्मान दिवस का आयोजन कमलनाथ सरकार के पतन का एक साल होने पर किया था। इसके पीछे कांग्रेस की यह रणनीति है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव तक लोगों के मानस में इस बात को ताजा रखना चाहती है कि 20 मार्च 2020 को जनादेश का अपमान खरीद फरोख्त के माध्यम से किया गया था।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद विष्णु दत्त शर्मा के अनुसार आज 22 मार्च को सेवा का संकल्प दिलाया गया और 23 मार्च को शिवराज सरकार का एक साल पूरा होने के अवसर पर 15 माह की कांग्रेस सरकार बनाम 12 माह की शिवराज सरकार का अंतर बताते हुए जनता को भाजपा बताएगी कि किस प्रकार यह सरकार लोगों के हित और प्रदेश के विकास के लिए कटिबद्ध है, जबकि कमलनाथ सरकार ने सचिवालय को दलालों का अड्डा बना दिया था। सरकार की एक साल की उपलब्धियां गिनाने के लिए भाजपा ने 4 दिन के अभियान की शुरुआत आज 22 मार्च से कर दी है। शिवराज सरकार ने गरीबों को उनका हक उन्हें दिलाया है यह बात जनता के गले उतारने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने इस अभियान रूपरेखा बनाई है। इस अभियान के तहत भाजपा ढोल धमाकों के साथ विकास के नारियल फोड़ेगी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शर्मा का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार ने एक साल की अवधि में कोरोना की विषम परिस्थितियों के बावजूद गरीबों, किसानों और मजदूरों के कल्याण के लिए भरसक प्रयास किए हैं। उनका आरोप है कि कमलनाथ सरकार जहां लोगों की छोटी-छोटी जरूरतों को पैसे न होने की बात कहकर टाल देती थी, वहीं शिवराज सरकार ने खराब आर्थिक स्थिति के बावजूद किसानों, मजदूरों के खातों में 1.18 लाख करोड़ की राशि डाली है। भाजपा सरकार ने बीते एक वर्ष में गरीबों को उनका हक लौटाया है, जिसे कमलनाथ सरकार ने योजनाएं बंद करके छीन लिया था।
सेवा संस्कार विकास की रफ्तार
भाजपा सरकार का एक वर्ष पूरा होने पर ‘सेवा का संस्कार, विकास की रफ्तार, अभिनंदन भाजपा सरकार’ थीम पर प्रदेश भर में 22 से 25 मार्च तक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आज 22 मार्च को प्रदेश के प्रत्येक जिले में पत्रकार वार्ताएं आयोजित कर कांग्रेस के 15 माह बनाम भाजपा सरकार के 12 माह के कार्यकाल को तुलनात्मक रूप से मीडिया के सामने रखा गया। विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में विधायक या पराजित प्रत्याशी ने विकास वार्ताओं को संबोधित किया मुख्यमंत्री चौहान और प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए सरकार की उपलब्धियां का विस्तार से विवरण दिया। कल 23 मार्च को सुबह 11 बजे और शाम को 7 बजे सायरन बजेगा और मुख्यमंत्री तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जनता से मास्क लगाने की अपील करेंगे। जो व्यक्ति जहां होगा, वहीं मास्क लगायेगा। इसी दिन ‘सेवा का संस्कार, विकास की रफ्तार, अभिनंदन भाजपा सरकार’ की थीम पर हर मंडल में विकास का नारियल कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत सभी स्वीकृत, जारी और पूर्ण हो चुके विकास कार्यों के स्थल पर झण्डे, बैनर, ढोल, ढमाकों के साथ जाकर स्थानीय कार्यकर्ता एवं नागरिक विकास का नारियल फोड़ेंगे। शिवराज किसानों एवं स्ट्रीट वेंडर्स के खातों में दो हजार करोड़ से अधिक की राशि डालेंगे। 24 मार्च को विभिन्न विधानसभा क्षेत्र, पंचायत एवं नगरों में कार्यक्रम आयोजित कर केंद्र सरकार एवं प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों का चौपाल लगाकर सम्मान किया जायेगा। 25 मार्च पात्र नागरिकों को टीकाकरण के, लिए प्रेरित करते हुए सहयोग भी पार्टी कार्यकर्ता करेंगे ।
प्रदेश कांग्रेस के 20 मार्च को आयोजित लोकतंत्र सम्मान दिवस के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री सांसद दिग्विजय सिंह ने राजधानी भोपाल के कार्यक्रम में यह कहते हैं कि हमें लोकतंत्र को बचाने के लिए संविधान की लड़ाई लड़नी पड़ेगी इसलिए भाजपा भगाओ देश बचाओ का नारा दिया। पूरे प्रदेश में जगह जगह उत्साह के साथ कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तिरंगा यात्रा निकाली तथा लोकतंत्र सम्मान दिवस मनाया। भोपाल के कार्यक्रम में दिग्विजय सिंह शामिल हुए और इंदौर में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा एवं जीतू पटवारी शामिल हुए। इस आयोजन में जो कमलनाथ के 20 मार्च 2020 को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र के एक साल पूरे होने पर लोकतंत्र सम्मान दिवस में कमलनाथ मौजूद नहीं थे लेकिन उन्होंने वीडियो संदेश के माध्यम से अपनी बात रखी। उनका कहना था कि यह सौदेबाजी की सरकार है और ज्यादा दिन नहीं चलेगी तथा कांग्रेस सत्ता में आई तो अधूरे वायदों को पूरा किया जाएगा। कमलनाथ ने कहा कि आज प्रदेश में हर वर्ग परेशान है, युवा के पास रोजगार नहीं महिला अपराध चरम पर है और किसान परेशान है। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे एक साल के काम से भाजपा डर गई तथा उसने सोदे की सरकार बनाई और मैंने सौदा नहीं किया त्यागपत्र दे दिया हमने लोकतंत्र के सम्मान को जीवित रखा। दिग्विजय ने कहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का संविधान प्रति कभी भरोसा नहीं रहा है। भोपाल में कांग्रेसी तिरंगा यात्रा प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से प्रारंभ हुई और पुरानी विधानसभा भवन मिंटो हाल तक गई।
और अंत में.............
एक ओर कांग्रेस ने तिरंगा यात्रा निकाली तो वहीं दूसरी ओर शिवराज द्वारा सिंधिया तथा उनके समर्थकों के सम्मान में दिए गए दोपहर भोज के लिए भोपाल आए भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर जमकर बरसते हुए आरोपों की झड़ी लगा दी। सिंधिया का आरोप था कि कमलनाथ सरकार ने वल्लभ भवन को माफियाओं का अड्डा बना दिया गया था इसलिए हमने सरकार को उखाड़ फेंका। शिवराज ने भी आभार जताते हुए कहा कि सिंधिया के कारण उनकी सरकार बनी है। एक सवाल के उत्तर में सिंधिया का कहना था कि कांग्रेसी मेरी चिंता ना करें जिस कांग्रेस ने 15 माह में वल्लभ भवन को भ्रष्टाचार, व्यापार और माफिया का अड्डा बना दिया था वह आज लोकतंत्र के सम्मान की क्या बात करेगी। सत्ता को लात मार के जो लोग मेरे साथ आए उन्हें मेरा नमन। भले ही सिंधिया कह रहे हैं कि सत्ता को लात मारकर लोग मेरे साथ आए पर हकीकत यह है कि जितने मंत्री सत्ता को लात मार कर आए थे उससे दुगने बिना विधायक बने सत्ता सुख भोगते रहे और उनमें से जो विधानसभा उपचुनाव हार गए, वह निगम मंडल में पद पाने के व्याकुल हैं। सिंधिया के इस बयान पर कि 100 -100चूहे खाकर कांग्रेस हज को चली , पर तीखा व्यंग्य करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि सिंधिया यह बताएं कि कांग्रेस में रहते हुए उन्होंने कितने चूहे खाए, उसका हिसाब दें।
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