श्री हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष संतोष साहू ने बताया कि इस बार चल समारोह परिवर्तित मार्ग भारत टाकीज से निकाला गया। इसमें ढोल, बैंड, तासे पर श्रद्धालु नृत्य कर रहे थे, और माता रानी के जयकारे गूंज रहे थे। जगह-जगह अखाड़ों के कलाकार करतब दिखा रहे थे। चल समारोह में 150 से अधिक मूर्तियां और चलित झांकियां शामिल थीं।
-इस दौरान भदभदा घाट पर विसर्जन के दौरान क्रेन मशीन खराब हो गई। ऐसे में श्रद्धालुओं की मदद से मां दूर्गा जी मूर्तियों का विसर्जन किया गया। थोड़ी देर बाद क्रेन मशीन को सुधार कर लिया गया। इसके बाद मूर्तियों का विसर्जित करने का सिलसिला फिर से शुरू हो सका।
ढोल-ढमाकों के साथ विसर्जन का सिलसिला चलता रहा। विसर्जन घाटों पर मूर्तियों का सुरक्षित विसर्जन कराने 150 से अधिक गोताखोरों को आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में नियुक्त किया हुआ है। इनके जरिए ही मूर्तियों को विसर्जित किया गया। लोगों को पानी के पास नहीं पहुंचने दिया जा रहा है। इसके साथ कुंड की तुरंत सफाई भी की जा रही है। रविवार तक विसर्जित मूर्तियों की संख्या 1500 से अधिक पहुंच जाएगी।