प्रयागराज । अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि अब समय आ गया है जब लव जेहादियों का 'राम नाम सत्य' हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लव जेहादियों को ऐसा दंड मिले कि उनकी आने वाली पीढ़ियां भी उसे याद रखें। लव जेहाद के खिलाफ कानून बनाने को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान का साधु-संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने भी समर्थन किया है। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि लव जेहाद के विषय को बेहद गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि यह अपराध की श्रेणी में आता है। लव जेहाद के तहत कुछ मुस्लिम युवक तिलक लगाकर, हाथ में कलावा पहनकर और रुद्राक्ष की माला पहन कर हिंदू बहन-बेटियों को प्रेम के जाल में फंसाते हैं और फिर उनसे शादी कर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव डालते हैं, जिससे हिंदू बहन बेटियों का पूरा जीवन बर्बाद हो जाता है। कई हिंदू बहन-बेटियों की हत्या हो जाती है या फिर उन्हें छोड़ दिया जाता है। यह एक दंडनीय अपराध भी है। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि लव जेहादियों को बीच चौराहे पर जनता के बीच फांसी पर लटका देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने भी अपने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है केवल शादी के लिए धर्म परिवर्तन वैध नहीं है और यह दंडनीय अपराध की श्रेणी में आएगा। महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि लव जेहाद की बढ़ रही घटनाओं के पीछे कहीं न कहीं एक संगठित गिरोह काम कर रहा है। इसमें मुस्लिम धर्मगुरु और मौलाना भी शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि लव जेहादियों का संगठित गिरोह है और निश्चित तौर पर इन्हें फंडिंग भी की जाती है। इसलिए लव जेहादियों पर रोक लगाने के लिए पहले इनकी फंडिंग को रोकना जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक षड्यंत्र के तहत हिंदू समाज को बदनाम करने की साजिश चल रही है। पिछले 15-20 सालों में सरकारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया जिससे लव जेहादियों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि संत समाज के साथ ही साथ पूरा हिंदू समाज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग करता है कि लव जेहाद रोकने के लिए जल्द कठोर कानून बने और हिंदू बहन बेटियों का जीवन बर्बाद होने से बचाया जा सके।अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने हिंदू बहन-बेटियों से अपील की है कि वे लव जिहादियों के झांसे में कतई न आएं। उन्होंने लड़कियों से कहा है कि वह अपने माता-पिता द्वारा चुने हुए जीवन साथी से ही विवाह करें। यदि उनका किसी से प्रेम है उसके बारे में भी पूरी जानकारी कर लें और परिवार से विचार-विमर्श के बाद ही शादी जैसा महत्वपूर्ण निर्णय लें। महंत नरेंद्र गिरी ने कहा है कि यह भी सही है कि संविधान किसी के व्यक्तिगत जीवन में दखल की इजाजत नहीं देता है, लेकिन लव जेहादियों द्वारा हिंदू बहन-बेटियों की जिंदगी बर्बाद करने की बढ़ती घटनाओं को रोका जाना भी बेहद जरूरी है।