जब भी हम किसी देश समाज की बात करते हैं तो वहां की सभ्यता और परंपरा उसी के अंतर्गत सबके जीवन संचालित होते है। ठीक है सभ्यता और परंपरा में कई परिवर्तन होते हैं पर वह किसी अच्छे दृष्टिकोण से होते हैं पर पाश्चात संस्कृति यदि भारतीय संस्कृति से जोडी जाती है तो वह भारतीय संस्कृति के लिए घातक है। हमारे यहां शादी एक पवित्र बंधन माना जाता है और आपस में दो परिवार अपनी सहमति से एक दूसरे के सुख-दुख मान मर्यादा के साथ एक दूसरे के सहभागी बनते हैं। लिव इन रिलेशन पाश्चात संस्कृति है जो लिव इन रिलेशन में रहते हैं वह मात्र एक अट्रैक्शन के तहत या समझौते के तहत रहते हैं और जब वह अकेले होते हैं तब क्या करते हैं क्या सोचते हैं कैसी जीवनशैली अपनाते हैं किसी को नहीं मालूम होती ना उनके कोई परिवार वाले को माहिती होती है वह कहां है क्या करते हैं ना उनके मित्रों को माहिती होती है और यही लिव इन रिलेशन में रहने वाले महिला- पुरुष जरा सी बात पर आपस में संदेह कर बैठते हैं या थोड़ा वैचारिक मतभेद होता है तो यही एक दूसरे पर ज्यादती का आरोप लगा कर शिकायत करते हैं। लिव इन रिलेशन का भारतीय संस्कृति और परंपरा में कोई स्थान नहीं है। जो लोग अपनी मर्जी से किसी के भी साथ रह रहे है वह अपनी रिस्क पर रहे, इसमें परिवार समाज देश कानून आपकी क्या और क्यों मदद करेगा, आपने किसी से रॉय ली नहीं है आप स्वयं अपने मर्जी से रह रहे हैं फिर आपके साथ अच्छे बुरे की रिस्क समाज कानून परिवार कैसे उठा सकता है। अत: लिव इन रिलेशन को कोई वैज्ञानिकता नहीं देना चाहिए और समाज ने भी मान्य नहीं करना चाहिए।
अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्) (ये लेखक के अपने विचार है )
महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति और कांग्रेसनीत महाविकास आघाडी के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव जीतना राजनीतिक जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। भाजपा ने शुरू में यूपी के…
लोकसभा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं।अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को विजयश्री का आशीर्वाद जनता ने दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 …
छत्तीसगढ़ के नीति निर्धारकों को दो कारकों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है एक तो यहां की आदिवासी बहुल आबादी और दूसरी यहां की कृषि प्रधान अर्थव्यस्था। राज्य की नीतियां…
भाजपा के राष्ट्रव्यापी संगठन पर्व सदस्यता अभियान में सदस्य संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है।पूर्व की 18 करोड़ की सदस्य संख्या में दस करोड़ नए सदस्य जोड़ने का…
छत्तीसगढ़ राज्य ने सरकार की योजनाओं और कार्यों को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए डिजिटल तकनीक को अपना प्रमुख साधन बनाया है। जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते…
वर्तमान समय में टूटते बिखरते समाज को पुनः संगठित करने के लिये जरूरत है उर्मिला जैसी आत्मबल और चारित्रिक गुणों से भरपूर महिलाओं की जो समाज को एकजुट रख राष्ट्र…