नई दिल्ली । लद्दाख के उपराज्यपाल आर के माथुर ने केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन और परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात में केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उपराज्यपाल ने केंद्रीय मंत्री को लद्दाख में हाल ही में कराए गए एलएएचडीसी चुनावों के बाद के परिदृश्य के बारे में जानकारी दी। साथ ही केंद्र प्रायोजित विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति के बारे में भी उन्हें अवगत कराया। डॉ. जितेंद्र सिंह ने श्री माथुर को सफलतापूर्वक कराए गए एलएएचडीसी चुनावों के लिए बधाई दी और इस संबंध में प्रधानमंत्री की सराहना से भी उन्हें अवगत कराया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव विशेष महत्व रखते हैं क्योंकि लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यह पहला चुनाव है। विभिन्न परियोजनाओं पर चर्चा करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लद्दाख और इससे सटे क्षेत्रों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
उन्होंने कहा कि यह पहला अवसर है जब मोदी सरकार के अधीन लद्दाख में एक विश्वविद्यालय, एक मेडिकल कॉलेज और एक इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जाने की अनुमति दी गई है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने उपराज्यपाल को जानकारी दी कि वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के महानिदेशक डॉ. शेखर मांडे ने लद्दाख के लोकप्रिय फल लद्दाख बेरी के व्यवसाय और प्रसंस्करण को बढ़ावा देने की एक योजना तैयार की है। माथुर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की "कार्बन न्यूट्रल" लद्दाख की योजना को क्रियान्वित करने के लिए की जा रही तैयारियों और नीतियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को बताया कि केंद्र शासित प्रदेश की सरकार इस संबंध में एक समग्र कार्य योजना तैयार कर रही है, जिसे जल्द ही उच्च प्राधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। उन्होंने लद्दाख के लिए समग्र कार्य योजना "लद्दाख विजन 2050" से जुड़े ताजा अपडेट की भी जानकारी दी।