नई दिल्ली । खादी
और ग्रामोद्योग आयोग
(केवीआईसी) ने गुरुवार
को प्रधानमंत्री नरेन्द्र
मोदी के जन्मदिन
को “सेवा दिवस”
के रूप में
मनाने के लिए
भारत के 10 शहरों
में लगभग 1500 व्यक्तियों
को विभिन्न रोजगार
सृजन योजनाओं का
लाभ प्रदान किया
है। पूर्वोत्तर सीमा
पर अरुणाचल प्रदेश
से लेकर पश्चिमी
सीमा पर बीकानेर
तक और उत्तर
में चंडीगढ़ और
नई दिल्ली से
लेकर दक्षिण में
मदुरई और कोयम्बटूर तक
केवीआईसी ने स्थानीय
रोजगार सृजन के
लिए अपनी कल्याणकारी
परियोजनाओं के दायरे
में विस्तार करने
के लिए 14 कार्यक्रम
आयोजित किए। सूक्ष्म,
लघु और मध्यम
उद्यम (एमएसएमई) राज्यमंत्री प्रताप
चन्द्र षडंगी ने उत्तर
प्रदेश के प्रयागराज
में हस्त-निर्मित
कालीन बनाने के
लिए 500 कारीगरों के स्फूर्ति
क्लस्टर का उद्घाटन
किया। षडंगी ने
कारीगरों को सशक्त
बनाने के लिए
केवीआईसी की पहल
की सराहना करते
हुए कहा कि
इससे भारत के
पुनरुत्थान के सपने
को साकार करने
में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि
खादी भारत को
"आत्मानिर्भर" बनाने में एक
बड़ी भूमिका निभा
रहा है।
केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में, छह अलग-अलग कार्यक्रमों का शुभारंभ किया। इसमें केंद्रीय जूता प्रशिक्षण संस्थान (सीएफटीआई) , आगरा के सहयोग से चमड़े के कारीगरों (मोचियों) के लिए वाराणसी में पहला पादुका प्रशिक्षण सह उत्पादन केंद्र शामिल है। उन्होंने प्रोजेक्ट डिग्निटी के तहत 6 उन्नतशील साइकल-में फिट चाय/कॉफ़ी बिक्री इकाइयों का वितरण किया जो चाय / कॉफी को स्वच्छता के साथ बेचते हुए चाय-विक्रेताओं को सम्मानजनक आजीविका कमाने में सक्षम बनाएगा। उन्होंने कुम्हार शक्तिकरण योजना के तहत 300 कुम्हार परिवारों को बिजली चलित चाक और हनी मिशन के तहत 20 किसान परिवारों को 200 मधुमक्खी के बक्से वितरित किए। केवीआईसी अध्यक्ष ने वाराणसी के सेवापुरी ब्लॉक में 6 हाथ से संचालित अगरबत्ती बनाने वाली मशीनों को खादी अगरबत्ती आत्मनिर्भर मिशन के तहत वितरित किया। अगरबत्ती बनाने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले बांबुसा तुलदा, बांस के 100 पौधे लगाए। इससे अगरबत्ती बनाने के लिए कच्चे माल की स्थानीय उपलब्धता सुनिश्चित होगी। सेवापुरी को नीति आयोग ने विशेष रूप से "प्रेरणादायक जिलों" में से एक के रूप में पहचान की है और प्रवासी श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के लिए सेवापुरी में कई परियोजनाएं पहले ही शुरू की जा चुकी हैं।