'जब मैं फिलिस्तीन गया तो हेलिकॉप्टर जॉर्डन का था और मुझे इजराइल की फ्लीट (एयरफोर्स) सुरक्षा दे रही थी। तीनों की दुनिया अलग है, लेकिन मोदी की सुरक्षा के लिए आसमान में सब साथ थे। ऐसा तब ही होता है, जब आपके इरादे नेक हों। मैं चोरी छुपकर कुछ नहीं करता।'
विदेश दौरे पर अपनी सुरक्षा को लेकर ये बात PM नरेंद्र मोदी ने 17 मई को दिए एक इंटरव्यू में कही थी। अब तीसरी बार PM पद की शपथ लेने के बाद मोदी पहले विदेश दौरे पर इटली जा रहे हैं। उनके रवाना होने से एक दिन पहले खालिस्तानियों ने इटली में महात्मा गांधी की उस मूर्ति को तोड़ दिया, जिसका प्रधानमंत्री अनावरण करने वाले थे।
इसे सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है। ऐसे में सवाल है कि इटली में PM मोदी की सिक्योरिटी कैसी होगी और इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी?
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अमेरिकी राष्ट्रपति की तरह भारत के प्रधानमंत्री भी विदेश दौरे पर अपनी गाड़ी साथ ले जाते हैं?
नहीं, भारत में PM मोदी रेंज रोवर और मर्सिडीज-मेबैक S-650 गाड़ियों के काफिले में सफर करते हैं। जबकि सितंबर 2023 में जब PM मोदी अमेरिका गए थे तो वहां उनके लिए बख्तरबंद गाड़ियों की व्यवस्था वहां की सीक्रेट एजेंसी ने की थी। जिस देश के दौरे पर प्रधानमंत्री जाते हैं, वहां उनके काफिले से लेकर हर तरह की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी मेजबान देश की एजेंसियां संभालती हैं। हालांकि, कई बार पड़ोस के देश नेपाल, बांग्लादेश आदि में प्रधानमंत्री के दौरे से पहले उनके काफिले की गाड़ियां वहां भेजी गई हैं।