पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के घरेलू क्रिकेट खेलने की सख्ती के फैसले का समर्थन किया है। भारत को पहला वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान ने शुक्रवार को कहा, एनुअल सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिलने से खिलाड़ियों को तकलीफ होगी तो होने दो, क्योंकि देश से बढ़कर कोई नहीं है।
65 साल के पूर्व ऑलराउंडर ने कहा कि यह फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट जैसे रणजी ट्रॉफी को बचाए रखने के लिए जरूरी कदम है। BCCI ने 2 दिन पहले जारी एनुअल कॉन्ट्रैक्ट से उन क्रिकेटर्स को बाहर कर दिया, जो घरेलू क्रिकेट छोड़कर IPL की तैयारियों में जुटे हुए थे। इनमें श्रेयस अय्यर और इशान किशन जैसे नाम शामिल हैं।
कपिल बोले- देश से बढ़कर कोई नहीं
कपिल देव ने कहा- 'यह बहुत अच्छा फैसला। मैं BCCI को घरेलू क्रिकेट का दर्जा बचाने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए बधाई देता हूं। मुझे यह देखकर दुख होता था कि एक बार खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट में खुद को स्थापित कर लेते हैं, तो वे डोमेस्टिक क्रिकेट में हिस्सा लेना बंद कर देते थे।'
श्रेयस ने रणजी क्वार्टर फाइनल नहीं खेला
श्रेयस अय्यर ने वनडे वर्ल्ड कप में 530 रन बनाने के बाद टीम के लिए साउथ अफ्रीका सीरीज भी खेली। उन्हें फिर अफगानिस्तान सीरीज का हिस्सा नहीं बनाया गया, इस दौरान उन्होंने मुंबई से रणजी मैच खेला। श्रेयस को फिर इंग्लैंड के खिलाफ शुरुआती 2 टेस्ट में मौका मिला लेकिन खराब फॉर्म के कारण आखिरी 3 टेस्ट से बाहर कर दिया गया।
टीम इंडिया से बाहर होने के बाद श्रेयस ने मुंबई से रणजी ट्रॉफी ग्रुप स्टेज का आखिरी मुकाबला और क्वार्टर फाइनल नहीं खेला। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने बताया कि वे चोटिल थे, जबकि नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) ने उन्हें पूरी तरह फिट बताया था। इस दौरान अय्यर ने IPL फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स के ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लिया था।
सेमीफाइनल खेलने के लिए राजी, फिर भी कॉन्ट्रेक्ट
कॉन्ट्रेक्ट से बाहर होने के बाद श्रेयस रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए तैयार हुए। फिर मुंबई ने उन्हें रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल की टीम में शामिल किया। बुधवार को BCCI ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट रिलीज किया, जिसमें से श्रेयस को बाहर कर दिया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, मुंबई के 2 मैच नहीं खेलने के दौरान श्रेयस IPL टीम कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के साथ ट्रेनिंग कर रहे थे। इसी से नाराज होकर BCCI ने उन्हें कॉन्ट्रैक्ट में शामिल नहीं किया।
दिसंबर में ईशान ने लिया था ब्रेक
ईशान किशन ने पिछले साल दिसंबर में साउथ अफ्रीका दौरे पर टीम में शामिल होने के बाद अपना नाम वापस ले लिया था। उन्होंने निजी कारणों के चलते नेशनल टीम से ब्रेक लिया था। ईशान ने 2 महीने तक कोई कॉम्पिटिटिव क्रिकेट नहीं खेला और अब फरवरी में डीवाई पाटिल टी-20 टूर्नामेंट से वापसी कर ली।
ईशान को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की टीम में भी नहीं चुना गया। उन्हें बाहर करने के सवाल पर हेड कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि ईशान ने अब तक खुद को अवेलेबल नहीं किया है। अगर वह वापसी करना चाहते हैं तो उन्हें घरेलू क्रिकेट में अच्छा परफॉर्म करना होगा।
ईशान ने फिर भी अपनी घरेलू टीम झारखंड से एक भी रणजी ट्रॉफी का मैच नहीं खेला। दूसरी ओर, उन्होंने बड़ोदा में पंड्या प्रदर्स (क्रुणाल और हार्दिक) के साथ प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया। ईशान IPL में भी हार्दिक की कप्तानी वाली मुंबई इंडियंस से ही खेलेंगे।
BCCI ने घरेलू क्रिकेट खेलने पर जोर दिया
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट रिलीज करते हुए BCCI ने कहा कि सभी खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना ही होगा। कॉन्ट्रैक्टेड प्लेयर्स अगर फिट हैं और नेशनल टीम का हिस्सा नहीं हैं तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना पड़ेगा। नहीं खेलने पर उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। अब BCCI ने एक्शन लेकर श्रेयस और ईशान को कॉन्ट्रैक्ट से ही बाहर कर दिया।
2 सप्ताह पहले ही BCCI सचिव जय शाह ने सभी खिलाड़ियों को लेटर भी लिखा था। इसमें भी घरेलू क्रिकेट खेलने का ही जिक्र था।