राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा शहर जोधुपर है। यह शहर नीले घरों, मंदिर, स्नैक्स, मिठाईयों और स्मारकों की वास्तुकला के लिए सबसे ज्यादा मशहूर है। यह शहर राजस्थान की रियासत काल का एक ताजा प्रतिबिंब है, जो कि 15 वीं शताब्दी की याद दिलाता हैं। जोधपुर ने जातीयता और पारंपरिक रूप से रॉयल्टी देखने को मिलेगी।
जोधपुर में घूमने की जगह। Places to visit in Jodhpur
मेहरानगढ़ किला
यह 410 फीट ऊंची पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। इसकी दीवारों की ऊंचाई 36 मीटर और चौड़ाई 21 मीटर है। यह किला राव जोधा ने 1459 में बनवाया था। जो कि देश के सबसे बड़े किलों में से एक है। साथ ही किले के अंदर फूल महल और शीश महल जैसे कई आकर्षक और शानदार महल हैं।
उम्मेद भवन पैलेस
यह पैलेस अद्भुत वास्तुकला और अद्भुत डिजाइन के लिए काफी लोकप्रिय है, इस महल को 1943 में बनवाया गया था। जो भी आज भी जोधपुर शहर के शाही परिवार द्वारा बसा हुआ है। वर्तमान में, उम्मेद भवन पैलेस तीन क्षेत्रों में बांट दिया गया है, जिनमें से एक अभी भी जोधपुर शहर के शाही परिवार के स्वामित्व में है। उम्मेद भवन पैलेस भारत में अंतिम निर्मित स्थानों में से एक है।
मंडोर गार्डन
ये पार्क जोधपुर के उत्तर में मंडोर शहर में सिर्फ 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। जोधपुर के पर्यटन स्थलों में लोकप्रिय, मंडोर गार्डन आराम करने के लिए सबसे अच्छे पार्कों में से एक है। मंडोर गार्डन के ये सभी आकर्षण और रोमांचक घटक देश के सभी हिस्सों से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। मंडोर का इतिहास 6 वीं शताब्दी के समय का है।
जसवंत थाडा
यह जोधपुर की पहाड़ियों के बीच में स्थित है। जसवंत थाड़ा एक बहुत ही सुंदर और शानदार स्मारक है जो कि जोधपुर में स्थित है जो कि राजस्थान के पश्चिम में स्थित है। अब यह स्थान मारवाड़ शाही परिवार के लिए श्मशान घाट के रूप में उपयोग किया जाने लगा है। इस जगह को “मारवाड़ का ताजमहल” के नाम से भी जाना जाता है। यह एक बहुत हीं आकर्षित करने वाली जगह है जो कि यह दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह मेहरानगढ़ किले के बगल में स्थित है।
बालसमंद झील
महाराजा सुर सिंह, जिन्होंने इस कृत्रिम झील को बनवाया था, उनको उनकी त्रुटिहीन सेवाओं के बदले सवाई राजा की उपाधि से भी सम्मानित किया गया था। बालसमंद झील एक कृत्रिम झील है जो कि जोधपुर से केवल 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आपको इस झील के पानी के पास टहलने पर बहुत आनंद मिलेगा। और आप बालसमंद पैलेस के रेस्तरां में बैठकर सूर्यास्त के दृश्य और सुंदर झील देख सकते हैं।
खेजड़ला किला
यह किला लगभग 400 साल पुराना है जिसे अब एक होटल के रूप में बदल दिया गया है। जोधपुर के महाराजा ने 17 वीं शताब्दी में इस किले को बनवाया था। जो लोग छुट्टी का आनंद लेते हुए भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करना चाहते हैं। विरासत का यह किला उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है।