Select Date:

रूसी जेल में ISIS आतंकियों ने गार्ड्स को बंधक बनाया:बदले में बेशर्त रिहाई की मांग, जेल के आसपास की सड़कें बंद की गईं

Updated on 17-06-2024 02:43 PM

रूस के रोस्तोव शहर की जेल में बंद आतंकी संगठन ISIS के 6 सदस्यों ने गार्ड्स को बंधक बना लिया है। उनको छोड़ने के बदले वे खुद को रिहा किए जाने की मांग कर रहे हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, इनमें कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें आतंक फैलाने के मामले में दोषी ठहराया जा चुका है।

रूसी फेडरल पेनिटेंशियरी सर्विस ने बताया कि जेल में काम कर रहे उनके दो कर्मचारियों को बंधक बनाया गया है। हालांकि, हालात काबू में है और जेल आम दिनों की तरह की ऑपरेट कर रहा है। पुलिसकर्मी घटनास्थल पर मौजूद हैं।

इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ISIS के आतंकियों ने वहां से सुरक्षित जाने की इजाजत और एक कार मांगी है। रूसी स्टेट मीडिया RIA ने बताया कि मामले को देखते हुए जेल के आसपास के इलाकों में ट्रैफिक व्यवस्था को रोककर सड़कें बंद कर दी गई हैं।

ISIS की खुरासान विंग ने किया था आतंकी हमला, 150 लोग मारे गए थे
इससे पहले रूस की राजधानी मॉस्को में 22 मार्च को आतंकी हमला हुआ था। इसे ISIS ने ही अंजाम दिया था। क्रोकस सिटी हॉल में सेना की वर्दी पहने 5 आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाईं, बम फेंके और फरार हो गए थे। इस हमले में करीब 150 लोगों की मौत हुई थी।

हमले की जिम्मेदारी लेते हुए आतंकी संगठन ने कहा था, ''इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने रूस की राजधानी मॉस्को के बाहरी इलाके क्रास्नोगोर्स्क शहर में ईसाइयों की एक बड़ी सभा पर हमला किया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और घायल हो गए और उनके सुरक्षित रूप से अपने ठिकानों पर लौटने से पहले उस जगह पर भारी तबाही हुई। हमला करने के बाद हमारे लड़ाके मौके से भाग निकले।''

रूस के पूर्व राष्ट्रपति और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी चेयरपर्सन​​​​​​ दिमित्री मेदवेदेव ने कहा था कि रूस खून का बदला खून से लेगा। आतंकवादी सिर्फ आतंक की भाषा ही समझते हैं। जब तक बल का मुकाबला बल से नहीं किया जाता और आतंकवादियों की मौत के साथ-साथ उनके परिवारों पर कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक किसी भी जांच का कोई मतलब नहीं।

ISIS ने रूस में हमला क्यों किया था...
BBC ने अपनी रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स के हवाले से लिखा था- हमला ISIS की खुरासान विंग यानी ISIS-K ने किया। ISIS-K का नाम उत्तरपूर्वी ईरान, दक्षिणी तुर्कमेनिस्तान और उत्तरी अफगानिस्तान में आने वाले क्षेत्र के नाम पर रखा गया है।

यह संगठन सबसे पहले 2014 में पूर्वी अफगानिस्तान में एक्टिव हुआ। तब रूस के उग्रवादी समूहों के कई लड़ाके इसमें शामिल होने सीरिया पहुंच गए। ये पुतिन और उनके प्रोपागेंडा का विरोध करते हैं। इनका कहना है कि पुतिन की सरकार चेचन्या और सीरिया में हमले कर मुसलमानों पर अत्याचार करती है।

अफगानिस्तान ने मुसलमानों पर इसी तरह के अत्याचार रूस ने सोवियत काल के दौरान किए थे। पुतिन 18 मार्च को 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति बने। 5 दिन बाद यह बड़ा आतंकी हमला हुआ। फिलहाल पुतिन ने हमले पर कोई बयान नहीं दिया है।


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 04 November 2024
कनाडा के ब्रैम्पटन में रविवार को हिंदू मंदिर में आए लोगों पर खालिस्तानी समर्थकों ने हमला कर दिया। हमलावरों के हाथों में खालिस्तानी झंडे थे। उन्होंने मंदिर में मौजूद लोगों…
 04 November 2024
पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) के पास 155 MM ट्रक-माउंटेड होवित्जर तोपों समेत दूसरे हथियारों की टेस्टिंग की है। हालांकि, ये टेस्टिंग कब हुई इसकी जानकारी अभी…
 04 November 2024
स्पेन में बाढ़ प्रभावित वेलेंसिया इलाके का दौरा करने गए किंग फिलिप और उनकी पत्नी क्वीन लेटिजिया पर लोगों ने कीचड़ फेंका। BBC के मुताबिक वहां मौजूद लोगों ने ‘हत्यारे’…
 04 November 2024
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से 2 दिन पहले एक गिलहरी चुनावी कैंपेन में चर्चा का विषय बन गई है। दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हुई 'पीनट' नाम की गिलहरी को…
 02 November 2024
कनाडा की जासूसी एजेंसी कम्युनिकेशन सिक्योरिटी एस्टैब्लिशमेंट (CSE) ने खतरा पैदा करने वाले देशों की सूची में भारत को शामिल किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह पहली बार है,…
 02 November 2024
अमेरिका ने 19 भारतीय कंपनियों पर रूस को डिफेंस से जुड़ा सामान उपलब्ध कराए जाने के आरोप लगाते हुए प्रतिबंध लगाए हैं। इन पर भारत ने शनिवार को सफाई दी…
 02 November 2024
भारत ने शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ आरोप लगाने के लिए कनाडाई उच्चायोग को तलब किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शनिवार को कहा कि हमने…
 02 November 2024
8 सितंबर 1960 की बात है। डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जॉन एफ कैनेडी कैंपेन के लिए अमेरिका के ओरेगन राज्य पहुंचे। यहां समर्थकों ने उन्हें घेर लिया।अपने…
 01 November 2024
फेस्टिवल ऑफ लाइट्स यानी दिवाली के त्योहार को लेकर भारत समेत दुनिया भर में जश्न मनाया गया। इस दौरान दुनिया के प्रमुख नेताओं ने दिवाली का त्योहार मनाया और शुभकामनाएं…
Advertisement