पाकिस्तान और उससे लगे जम्मू पर एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के असर से जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर संभाग के जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
अरब सागर में बनी मौसम प्रणाली के 48 घंटे में अवदाब के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल बने रहेंगे। साथ ही जबलपुरर, नर्मदापुरम, इंदौर संभाग के जिलों में बारिश का सिलसिला बना रहेगा। शेष क्षेत्रों में भी गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।
इंदौर, खरगोन, खंडवा, झाबुआ, धार, बुरहानपुर, बड़वानी, आलीराजपुर, जबलपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सिवनी, नरसिंहपुर, कटनी, नर्मदापुरम, बैतूल और हरदा जिले में रुक-रुककर बारिश के आसार हैं।
गुरुवार को इंदौर शहर में दिनभर बादल छाए रहे और शाम चार बजे बाद धूल भरी तेज आंधी 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चली। इसके बाद रीगल, पलासिया व विजयनगर क्षेत्र में गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई। रीगल स्थित मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के स्टेशन पर शाम 5.20 तक 35 मिनट में 15 मिमी बारिश दर्ज हुई।
वहीं एयरपोर्ट स्थित वेदर स्टेशन पर रात 8.30 बजे तक 2 मिमी बारिश दर्ज हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शुक्रवार को शहर में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। शाम के समय हुई तेज बारिश के कारण कई इलाकों में दृश्यता 2500 मीटर तक पहुंच गई।
धूल भरी आंधी के कारण दो पहिया व चार पहिया वाहन चालकों को भी परेशानी हुई। दिन में छाए बादलों के कारण और दो दिन से शहर में हो रही बारिश के कारण शहरवासियों को गर्मी से राहत मिली। दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 31.4 डिग्री दर्ज किया गया।
इंदौर में बादलों के कारण रात में गर्मी व उमस का असर भी बढ़ा। इस वजह से गुरुवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 22.8 डिग्री दर्ज किया गया। शाम को हुई बारिश के कारण रात में भी शहर में धुंध का असर दिखाई दिखाई दिया।