अमेरिका में एक भारतवंशी जोड़े ने अपने एक रिश्तेदार को स्कूल में पढ़ाने के बहाने अमेरिका लाकर 3 साल तक उससे जबरदस्ती पेट्रोल पंप और जनरल स्टोर पर काम कराया। अमेरिका की कोर्ट ने इस कपल को 11.25 साल (135 महीने) तक की जेल की सजा सुनाई है।
31 साल के भारतीय अमेरिकी नागरिक हरमनप्रीत सिंह और उनकी 43 साल की पत्नी कुलबीर कौर को पीड़ित व्यक्ति को 1.87 करोड़ रुपए का हर्जाना देने का भी आदेश दिया है। हरमनप्रीत और कुलबीर का अब तलाक हो चुका है।
न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों आरोपी अपने रिश्तेदार को झूठा वादा करके अमेरिका लेकर आए। इसके बाद उसका पासपोर्ट और इमिग्रेशन दस्तावेज अपने पास रख लिया। आरोपी पीड़ित को प्रताड़ित करते हुए उससे घंटों तक अपनी दुकान पर काम करवाते थे। इस दौरान उसे बेहद कम पैसे देते थे।
पीड़ित को लागातर 12-17 घंटे काम करवाता था कपल
काम छोड़ने की कोशिश करने पर उसे जान से मारने की धमकी भी दी जाती थी। यह मामला 2018 का है। पीड़ित से मार्च 2018 से लेकर मई 2021 तक जबरदस्ती काम करवाया गया। उससे साफ-सफाई, खाना बनाने, दुकान पर सामान जमा करने, कैश रजिस्टर संभालने जैसे काम करवाए जाते थे।
वह लगातार 12-17 घंटों तक काम करता था। इसके बदले उसे ठीक से खाना भी नहीं दिया जाता था। साथ ही मेडिकल केयर और पढ़ाई की सुविधा से उसे दूर रखा गया। कपल पीड़ित पर दुकान में लगे कैमरे के जरिए नजर रखता था। उसे वापस भारत जाने की इजाजत नहीं दी जाती थी।
संपत्ति-जायदाद जब्त करने की धमकी दी थी
पीड़ित का वीजा एक्सपायर होने के बाद हरमनप्रीत से जबरदस्ती उसकी शादी कुलबीर कौर से कर दी। इसके बाद उसे धमकी दी गई कि अगर उसने भागने की कोशिश की तो कुलबीर उसके परिवार का पूरा पैसा और जायदाद ले लेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों के खिलाफ मिले सबूत से यह भी पता चला कि वे पीड़ित रिश्तेदार के साथ मारपीट भी करते थे। उन्होंने उसके बाल खींचे थे और लात भी मारी थी। इसके अलावा जब पीड़ित ने छुट्टी मांगी थी तो उसे बंदूक दिखाकर जान से मारने की भी धमकी दी गई थी।