कल्पना का अर्थ, व्यक्ति की वह मानसिक शक्ति जिसके द्वारा अलग दुनिया दिखती है जो कि वास्तविकता में होती नहीं। एक कलाकार की दुनिया उसकी कल्पनाशीलता पर होती है। पेंटर, मूर्तिकार, आर्किटेक्ट या सभी डिजाइनर ये सब कल्पनाशील होते हैं। फिल्म का राइटर, डायरेक्टर भी कल्पनाकार होता है। कल्पनाशील विद्यार्थी अपनी कल्पनाओ के आधार पर स्वयं को वैसा ढालने की कोशिश करते है जो वे बनना चाहते है। कल्पना करना और उसे साकार करना कई व्यक्तियों का जीवन लक्ष्य होता है, कई सफल होते हैं बहुत से कोशिश करते रहते हैं। कई व्यक्तियों का कल्पनाशील होना उनके जीवन की सफलता है तो कई व्यक्तियों के लिए नुकसानदायक भी क्योंकि वह हकीकत से दूर भी ले जाती है। अच्छा व्यक्ति अच्छी कल्पनाए करता है और तामसी व्यभिचारी लालची व्यक्ति की कल्पनाए स्वार्थ से भरी होती है। वैसे तो मानवता को स्वस्थ और प्रदूषण रहित रखना है तो व्यक्ति के दिमाग में स्वस्थ लाभदायक और सर्वसुखाय कल्पनाएं आना चाहिए, विषेशकर उन लोगों को जोकि नीति निर्धारक है या जिनके जिम्में घर परिवार, देश का शासन चलाने की जिम्मेदारी है। बच्चों में उत्साहवर्धक कल्पनाएं होना चाहिए, माता-पिता तथा शिक्षक ने उन्हें मार्गदर्शन देते रहना चाहिए। जो व्यक्ति कल्पना की दुनिया में रहते हैं उन्हें किसी प्रकार का मलाल भी नहीं होता कि मेरे पास क्या है क्या नहीं। वे यही सोचते हैं कि मुझे कुछ पाना है "एक दिन मेरा भी आएगा "। अशोक मेहता, (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्) (ये लेखक के अपने
विचार है)
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