अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा पाने के लिए क्या शर्तें होती हैं ?
अल्पसंख्यक संस्थान का दर्जा पाने के लिए यह साबित करना जरूरी है कि संस्थान की स्थापना और उद्देश्यों के पीछे अल्पसंख्यक समुदाय का योगदान है। यह भी जरूरी है। कि संस्थान ने अपने समुदाय के फायदे। के लिए इसे स्थापित किया हो। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि केवल अल्पसंख्यक समुदाय के लोग ही इसका लाभ उठा सकते हैं।
अल्पसंख्यक संस्थान के दर्जे का प्रभाव क्या होता है ?
अल्पसंख्यक दर्जा मिलने पर संस्थान को संविधान के अनुच्छेद 30 के तहत स्वायत्तता मिलती है। इसका असर यह होता है कि संस्थान अपने एडमिशन प्रोसेस, पाठ्यक्रम और प्रशासनिक नीतियों में कुछ हद तक स्वायत्त होते हैं।