इंदौर। राऊ-राजेंद्रनगर के बीच हुई दुर्घटना देखकर लोग हैरान हैं। युवक के फंसने के बाद भी कार चालक भाग रहा था। पीछा करने पर उसने तेज कार चलानी शुरू कर दी। लोग सड़क पर बिखरे चिथड़े देखकर उसके पीछे-पीछे आते गए। आखिर में आरोपित चौराहा पर फंसा और कार रोकनी पड़ी।
राजेंद्रनगर टीआइ नीरज बिरथरे के मुताबिक आरोपित आदर्श गुर्जर के पास लाइसेंस नहीं था। उसने कुछ समय पूर्व ही लर्निंग लाइसेंस बनवाया था। बावजूद जाम गेट तक कार ले गया और व्यस्ततम मार्ग पर कार दौड़ाने लगा। पुलिसकर्मियों ने आदर्श से पूछताछ की तो बहाने बनाने लगा। उसने कहा कि एमराल्ड हाइट्स स्कूल के समीप कुछ चीज के टकराने की आवाज सुनाई दी थी।
उसने सपना को टक्कर मारने से भी मना कर दिया। राहुल कार में फंसा था, यह भी कार रुकने पर पता चला। राहुल के भानजे सुनील के मुताबिक वह घटनास्थल पर मौजूद था। मामा-मामी को उसके सामने ही कार ने टक्कर मारी थी। मामी को देखने गया तो मामा गायब मिले।
दोपहिया चालकों ने बताया मामा तो कार में ही फंसे हैं। कार की रफ्तार इतनी ज्यादा थी कि लोग देखते रह गए। सड़क पर खून व शरीर से गिरे चिथड़े देख रेती मंडी तरफ गए व कार को बाइक आगे कर रोका। टीआई राजपाल यादव के मुताबिक आदर्श पर सदोष मानव वध के प्रयास का केस दर्ज किया है।