नई दिल्ली ।बिहार में लगातार चौथी बार स्वास्थ्य विभाग ने पटना हाईकोर्ट में जवाबी हलफनामा दाखिल नहीं किया। इसपर पटना हाईकोर्ट ने नाराजगी जाहिर करते हुए गंभीर टिप्पणी की। मंगलवार को मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय कोरोल तथा न्यायमूर्ति एस कुमार की खंडपीठ ने कोरोना को लेकर दायर आधे दर्जन मामले पर सुनवाई की। कोर्ट ने सरकार के रवैये पर खेद जताया और कहा कि कोरोना मरीजों की स्थिति कितनी भयावह है, इससे निजी तौर पर वे वाकिफ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोर्ट के एक स्टाफ को कोरोना हुआ और उसके इलाज में लापरवाही से यह बात समझ में आ गई कि बिहार में कोरोना के इलाज की स्थिति ठीक नहीं है। बिहार में मंगलवार को 1667 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान के साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,50,694 हो गयी। राज्य के तीन ज़िलों पटना, अररिया व पूर्णिया में एक सौ से अधिक संक्रमितों की पहचान की गई। पटना में सर्वाधिक 212, अररिया में 120 और पूर्णिया में 129 नए संक्रमितों की पहचान की गई। वहीं, अरवल में 21, औरंगाबाद में 38, बाँका में 12, बेगूसराय में 42, भागलपुर में 98, भोजपुर में 20, बक्सर में 34, दरभंगा में 27, पूर्वी चंपारण में 68, गया में 37, गोपालगंज में 57, जमूई में 16, जहानाबाद में 41, कैमूर में 9, कटिहार में 42, खगड़िया में 16, किशनगंज में 33, लखीसराय में 36, मधेपुरा में 53, मधुबनी में 24, मुंगेर में 20, मुजफ्फरपुर में 66, नालंदा में 38, नवादा में 23, रोहतास में 19, सहरसा में 18, समस्तीपुर में 37, सारण में 37, शेखपुरा में 25, शिवहर में 7, सीतामढ़ी में 30, सीवान में 34, सुपौल में 35, वैशाली में 31 और पश्चिमी चंपारण में 62 नए संक्रमितों की पहचान की गई।