पूर्व क्रिकेटर हैमिल्टन मसाकाद्जा ने जिम्बाब्वे क्रिकेट (ZC) के डायरेक्टर का पद छोड़ दिया है। उनकी टीम 2024 के टी-20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकी, इसीलिए मसाकाद्जा ने यह फैसला लिया। 3 महीने पहले टीम के कोच डैव हटन ने भी अपना पद छोड़ दिया था।
मसाकाद्जा ने 2019 में क्रिकेट से रिटायरमेंट लिया था। उन्हें फिर इसी साल अक्टूबर में डायरेक्टर का पद सौंप दिया गया।
युगांडा से हारना निराशाजनक
मसाकाद्जा ने अपने रेजिग्नेशन लेटर में लिखा, 'मैंने जिम्बाब्वे क्रिकेट की सक्सेस और असफलता को देखने के बाद बहुत ध्यान से पद छोड़ने का फैसला किया। मेरे करियर में टीम को सफलता मिली लेकिन टी-20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाना निराशाजनक है।
हम एकमात्र फुल मेंबर टीम है, जो टी-20 वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं लेगी। युगांडा के खिलाफ हारना टीम और मेरे करियर का सबसे खराब फेज है। मैं इस बात की पूरी जिम्मेदारी लेकर अपने पद को छोड़ता हूं।'
2 साल बाद अंडर-19 वर्ल्ड कप होस्ट करेगा जिम्बाब्वे
मसाकाद्जा ने कहा, 'मेरे लिए यह फैसला लेना मुश्किल था लेकिन मैं अब भी जिम्बाब्वे क्रिकेट से जुड़ा रहूंगा। 2026 में होने वाले अंडर-19 वर्ल्ड कप और 2027 के वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी पर अब भी मेरा फोकस रहेगा।'
2027 का वनडे वर्ल्ड कप जिम्बाब्वे, नामीबिया और साउथ अफ्रीका की मेजबानी में आयोजित होगा। जबकि 2026 का अंडर-19 वर्ल्ड कप जिम्बाब्वे और नामीबिया की मेजबानी में खेला जाएगा।
मसाकाद्जा की लीडरशिप में टीम ने 2022 का वर्ल्ड कप खेला
मसाकाद्जा 2019 से 2024 तक जिम्बाब्वे क्रिकेट के डायरेक्ट रहे। इस दौरान टीम ने 2022 के टी-20 वर्ल्ड कप में क्वालिफाई किया। टीम सुपर-12 स्टेज में पहुंची और पाकिस्तान को ग्रुप स्टेज के मुकाबले में मात भी दी। बोर्ड ने इस दौरान 2022 टी-20 वर्ल्ड कप और 2023 वनडे वर्ल्ड कप के क्वालिफायर मुकाबले भी होस्ट किए।