इजराइल-हमास जंग के बीच गुरुवार (13 जून) को हमास के प्रवक्ता ओसामा हमदान ने कहा कि किसी को नहीं पता है कि 120 इजराइली बंधकों में से कितने जिंदा बचे हैं। अमेरिकी न्यूज चैनल CNN को दिए एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि अगर बंधकों को छोड़ने के लिए कोई भी डील होती है तो उसमें युद्धविराम की गारंटी और गाजा से इजराइली सेना की पूरी तरह वापसी शामिल होगी।
दरअसल, 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजराइल में घुसकर 1200 लोगों को मार डाला और 234 को बंधक बना लिया था। इसके कुछ घंटे बाद इजराइल सेना ने गाजा पर हमला बोल दिया। तब से जंग जारी है। इजराइल पर हमलों का मास्टरमाइंड हमास के नेता याह्या सिनवार को माना जाता है।
ओसामा हमदा ने कहा कि इजराइल-हमास के बीच युद्धविराम के लिए इजराइली सेना को फिलिस्तीनियों की घेराबंदी खत्म करनी होगी। साथ ही बताया कि कैदियों की अदला-बदली की डील को लेकर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है।
छुड़ाए गए बंधकों की मेडिकल रिपोर्ट को खारिज किया
ओसामा ने इजराइली सेना के शनिवार को हमास की कैद से छुड़ाए गए 4 बंधकों की बुधवार को आई मेडिकल रिपोर्ट को भी खारिज कर दिया, जिसमें डॉ. पेसाच ने कहा था कि टेस्ट रिपोर्ट में सामने आया कि उनका वजन बहुत कम हो गया और मांसपेशियां भी कमजोर हो गई हैं। डॉ. पेसाच ने कहा था कि इनकी ये हालत खराब खाने, जेल की यातना और सूरज की रोशनी की कमी से हुई है।
डॉ. पेसाच ने बताया था कि इसका असर जल्द खत्म नहीं होगा। सबसे ज्यादा असर मानसिक तौर पर होगा। एंड्री कोजलोव अभी भी डरे हुए है। वो अब ज्यादा लोगों से बात नहीं करना चाहते हैं।
दरअसल, छुड़ाए गए बंधकों में से एक बंधक एंड्री कोजलोव ने बुधवार को आपबीती सुनाई थी। उन्होंने बताया था कि हमास के लड़ाके उससे रोज कहते थे कि दुनिया ने उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया है।
अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक लड़ाकों ने कोजलोव का मनोबल तोड़ने के लिए रोज उससे कहा कि उसके परिवार वालों ने भी उसे मरने के लिए छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि तुम्हारी मां अब सब कुछ भूल चुकी और ग्रीस में छुट्टियां मना रही है। अब तुम्हारी मां तुम्हें नहीं जानती और न ही तुम्हें याद रखना चाहती है।
'सिनवार ने नहीं कहा फिलिस्तीनियों की मौत हमारे लिए जरूरी'
हमास के प्रवक्ता ओसामा हमदान ने उन मीडिया रिपोर्ट्स को भी खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि हमास के नेता याह्या सिनवार ने गाजा में हो रही मौतों को फिलिस्तीन की आजादी के लिए जरूरी बलिदान बताया था। इससे पहले अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया था कि सिनवार ने हमास के लड़ाकों और सीजफायर के लिए बिचौलियों से संपर्क रखने वाले अधिकारियों से कहा था कि वे नहीं चाहते यह जंग रुके।
सिनवार का मानना है कि युद्ध में जितने ज्यादा आम नागरिकों की मौत होगी, हमास को उतना ज्यादा फायदा मिलेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के पॉलिटिकल लीडर इस्माइल हानिए के तीन बेटों और 4 पोतों की एयरस्ट्राइक में हुई मौत पर सिनवार ने कहा था, "लोगों की इस कुर्बानी से फिलिस्तीन को नई जिंदगी मिलेगी। इससे देश विकास और सम्मान की तरफ आगे बढ़ेगा।"