राघवन ने अपनी किताब में लिखा है कि मोदी पूरी पूछताछ के दौरान सहज रहे। हालांकि, उन्होंने एसआईटी की ओर से पेश की गई चाय भी नहीं पी। यहां तक कि वे पानी भी अपना लेकर आए थे। राघवन ने अपनी किताब में यह भी लिखा है कि मोदी इस पूछताछ के लिए आसानी से तैयार हो गए थे। पूछताछ के बारे में विस्तार से बताते हुए राघवन ने लिखा है कि उन्होंने मोदी को संदेश भिजवाया कि उन्हें इसके लिए एसआईटी के दफ्तर आना होगा। किसी अन्य जगह पर पूछताछ का मतलब होता कि एसआईटी मोदी का समर्थन कर रही है।