1905 में बनी पुलिस लाइन में पहली बार शस्त्र पूजन में मुख्यमंत्री शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव ने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने एक हाथ में शस्त्र और दूसरे हाथ में शास्त्र लेकर नारी सशक्तीकरण, सुशासन, धर्म, सेवा प्रकल्पों का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा आमजन को अपने पर्व, त्योहार और संस्कृति के महत्व को समझने की जरूरत है। राम मंदिर का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हमने लंबे संघर्ष के बाद अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और उसे पूरा होते हुए देखा है। मंदिर बनने से हमारा आनंद कई गुना बढ़ गया है।
देव स्थलों की सुरक्षा और उसके पुनर्निर्माण में अनेक विभूतियों ने अपना योगदान दिया है। इन्हीं में से एक देवी अहिल्याबाई भी हैं, जिन्होंने देश के लगभग हर क्षेत्र में देव स्थलों का निर्माण कराया है। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री को गार्ड आफ आनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने अश्व एवं वाहनों का पूजन किया और घुड़सवारी भी की।
मुख्यमंत्री ने मां कालिका के पूजन के साथ तलवार, भाला, एके-47, पिस्टल, रायफल आदि का पूजन किया। उनके साथ प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, डीजीपी सुधीर सक्सेना, पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता, कलेक्टर आशीष सिंह सहित विधायक मौजूद थे।