भोपाल । लॉकडाउन में घर लौटने के दौरान अब तक आठ मजदूरों की मौत हो चुकी है। इनमें सात उप्र के हैं और एक मप्र का। प्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा के समीप आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग के जामली टोल प्लाजा के पास रविवार रात उत्तर प्रदेश के जौनपुर निवासी एक मजदूर की घर लौटने के दौरान मौत हो गई। गांव मनियाव जिला जौनपुर निवासी 24 वर्षीय अतुल पिता राजेंद्र प्रसाद तिवारी कल्याण (मुंबई) से पैदल गांव जा रहे थे। रविवार शाम उनकी तबीयत खराब हुई। साथ चल रहे उनके बड़े भाई अजय तिवारी लोगों की मदद से उन्हें सेंधवा सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने अतुल को मृत घोषित कर दिया। मानव सेवा समिति के माध्यम से उनका सेंधवा में दाह संस्कार कर वीडियो कॉल के माध्यम से उप्र में स्वजनों को दिखाया गया। आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई उप्र के सभी मजदूरों की मौत हार्ट अटैक से बताई गई है। बसों से छुड़वा रही महाराष्ट्र सरकार सोमवार से महाराष्ट्र सरकार बसों के माध्यम से प्रवासी लोगों को मप्र की सीमा तक छोड़ रही है, लेकि न मप्र की सीमा में प्रदेश व अन्य प्रांतों के मजदूरों को वाहन सुविधा नहीं मिलने से उन्हें सैकड़ों किलोमीटर का पैदल सफर तय करना पड़ रहा है। 21 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती निवासी वकील पिता निहाल पैदल घर लौट रहा था। मप्र सीमा सील होने से जंगल के रास्ते से मप्र में आने के दौरान उसकी पहाड़ी पर मौत हो गई थी। 30 अप्रैल की शाम साइकि ल से उप्र के महाराजगंज जिले के गांव शीशगढ़ स्थित अपने घर जा रहे तबारत मंसूरी (50) मप्र सीमा पर बेहोश हो गए। अस्पताल लाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इसी दिन शाम करीब सात बजे एक वाहन में बैठकर फतेहपुर (उप्र) स्थित घर जा रहे अनीस अहमद बेहोश हो गए। अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 9 मई को ही रात सिद्धार्थ नगर जिले के निवासी वीरेंद्र बहादुर पिता गोमती सिंह सेंधवा बायपास पर अचानक बेहोश हो गए। भतीजा राजेश कु मार एंबुलेंस से अस्पताल ले गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। 9 मई की शाम लल्लूराम (55) पिता शाहदेव ग्राम घुड़िया जिला प्रयागराज (उप्र) मप्र सीमा के करीब बेहोश हो गए। उनके चचेरे भाई दयाशंकर उन्हें निजी वाहन से निजी अस्पताल ले गए। जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया। 10 मई रविवार रात अतुल राजेंद्र प्रसाद तिवारी निवासी मनीयाव जिला जौनपुर उप्र की मौत हो गई। 10 मई को ही सुबह बायपास पर अज्ञात मजदूर की मौत हो गई थी। 28 अप्रैल को मप्र के ग्राम गवाड़ी जिला बड़वानी निवासी बलिराम जंगल के रास्ते से पत्नी के साथ मप्र की सीमा में आ रहा था। दम फू लने से उसकी मौत हो गई थी।
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बड़े तालाब किनारे स्थित होटल लेक व्यू अशोक को 150 कमरों का बनाया जाएगा। होटल में इस तरह की वर्ल्ड क्लास सुविधाएं जुटाई जाएंगी ताकि राजधानी में बड़े आयोजन आसानी…
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भोपाल। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 479 के अंतर्गत संबंधित अपराध में अलग-अलग शर्तों के अंतर्गत आधी या एक-तिहाई सजा काट चुके विचाराधीन कैदियों को जमानत पर रिहा करने…
भोपाल। जिले में विकास और कानून व्यवस्था के कामों के लिए कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (एसपी) जिम्मेदार होंगे। उनकी जिम्मेदारी है कि वे जिले में व्यवस्था बनाएं। यदि कोई नियम विरुद्ध…
भोपाल। डिजिटल दुनिया के विस्तार ने अपराधियों के हाथ में ठगी का नया मायाजाल दे दिया है। अब ठग वेश बदलकर आपसे मिलने का जोखिम नहीं लेते। वे इंटरनेट मीडिया, ई-मेल…