कुंडली में ग्रहण योग से होती हैं जीवन में ये समस्याएं,
Updated on
04-11-2020 01:41 AM
ज्योतिषीय विचारधारा के अनुसार चन्द्र ग्रहण योग की अवस्था में जातक डर व घबराहट महसूस करता है ,चिडचिडापन उसके स्वभाव का हिस्सा बन जाता है, माँ के सुख में कमी आती है, कार्य को शुरू करने के बाद उसको अधूरा छोड़ देना मानसिक बीमारी डिप्रेशन इसी योग के कारण माने गये है,
चन्द्रमा, मन का स्वामी होता है और मन को प्रभावित करता है. जब भी चन्द्रमा दूषित होता है, मन और मन की समस्याएं व्यक्ति को खूब परेशान करती हैं.
चन्द्रमा को सबसे ज्यादा दूषित राहु करता है. अगर राहु और चन्द्रमा का योग हो तो इसे ग्रहण योग कहना चाहिए. परंतु चन्द्रमा शनि या चन्द्रमा केतु के योग को ग्रहण योग नहीं कहा जा सकता है. ग्रहण योग जब भी कुंडली में हो यह सिर्फ समस्याएं ही पैदा करता है .
ग्रहण योग से किस तरह की समस्याएं होती हैं?
- व्यक्ति को सबसे ज्यादा मन की समस्याएं परेशान करती हैं.
- उसे मन और कल्पना की समस्याएं परेशान करती हैं .
- व्यक्ति आम तौर पर भूत-प्रेत बाधा की शिकायत करता रहता है.
- कभी-कभी नींद न आने की भी गंभीर समस्या हो जाती है,इत्यादि