दिल्ली से लगभग 250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक छोटा सा शहर दौसा है। दौसा जा कर आप किलों को देख सकते है। और इसके साथ ही यहां आप ऊंट की सवारी का भी आनंद ले सकते हैं। राजस्थान में दौसा एक ऐसा शहर है, जो अपने विभिन्न ऐतिहासक स्थलों के लिए जाना जाता है। राजस्थान में दौसा शहर भरतपुर और अलवर जैसे प्रसिद्ध जिलों के पास यह शहर पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है।
दौसा में घूमने की जगह। Places to visit in Dousa
चाँद बावरी
यह एशिया महाद्वीप में सबसे पुराना स्टेप वेल्स है। वास्तुशिल्प प्रेमियों को तो इस जगह पर यात्रा करने के लिए जरुर जाना चाहिए। लगभग 1900 वर्ष पहले चौहान राजवंश के राजाओं ने इस चाँद बावरी को बनवाया था। बावरी में एक जैसी कई सारी सीढ़ियां बनी हुई हैं।
हर्षत माता मंदिर
यह मंदिर स्थानीय देवी हर्षत को समर्पित है। यह मंदिर भक्तों को अपनी तरफ बहुत आकर्षित करता है। यह मंदिर स्टेप वेल्स के बगल में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर हैं। इस मंदिर को देखकर कोई भी इस मंदिर के पुराने समय में मंदिर की महिमा का अंदाजा लगा सकता है।
माधोगढ़ किला
यह किला एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। जो कि सुंदर फूलों के खेतों की पृष्ठभूमि पर स्थित है। जो इस किले को बहुत ही सुंदर और आकर्षक किला बना देता हैं। जयपुर के राजा- माधव सिंह ने इस किले को बनवाया था। दौसा के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है दौसा। इन सब के अलावा इस किले की छतें भी बहुत ही आकर्षक हैं।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर
यह मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। हनुमान जी को बालाजी के रूप में भी जाना जाता है, और हनुमान जी के मंदिर के सामने ही श्री राम भगवान को समर्पित एक मंदिर भी स्थित है जिसमें भगवान श्री राम और सीता मां की एक सुंदर मूर्ति भी स्थापित है। इस मंदिर में भक्त भैरव बाबा को चावल और उड़द की दाल का प्रसाद चढ़ाते हैं और बालाजी को बूंदी के लड्डू का भोग लगाते हैं, और साथ ही बुरी आत्माओं से मुक्ति पाने के लिए बालाजी भगवान उनकी मदद करते हैं। शनिवार और मंगलवार को मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता हैं क्योंकि यह दिन भगवान बालाजी के सबसे खास दिन होते हैं।
स्थल भंडारेज
महाभारत काल के समय भद्रमती को भंडारेज के नाम से जाना जाता था। भंडारेज दौसा से लगभग 10 किमी की दूरी पर है। यह एक ऐसा क्षेत्र है कि इतिहास प्रेमियों के लिए स्वर्ग के बराबर है। भंडारेज भद्रावती पैलेस और बाउरी ये दोनों ही यहां के लोकप्रिय स्थानों में से एक है। यहां पर खुदाई में मिली सजावटी जाली का काम जालियाँ, दीवारें, टेराकोटा के बर्तन और मूर्तियां आदि इस जगह की प्राचीनता का पता चलता है।
झझिरमपुरा
झझिरमपुरा दौसा का एक मुख्य पर्यटन स्थान है जो प्राकृतिक पानी की टंकी के साथ-साथ बालाजी (हनुमान जी), रुद्र (शिव) और अन्य देवी-देवताओं के मंदिरों के लिए भी बहुत लोकप्रिय है। इस स्थान में पर्यटक आए कर बेहुत ही हल्का महसूस करता है।
लोटवारा
लोटवारा गढ़ इस गांव का प्रमुख आकर्षण है। आभानेरी से सिर्फ 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस गांव की यात्रा पर्यटक गाँव तक सड़क मार्ग द्वारा कर सकते हैं। लोटवारा गाँव जयपुर से 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस गांव का प्रमुख आकर्षण लोटवारा गढ़ है।