जीने की सर्वश्रेष्ठ कला का नाम संस्कृति है जिसमें जियो और जीने दो का भाव समाया होता है। निश्चित रूप से आज संस्कृति का क्षरण हो रहा है उसको विकृत किया जा रहा है इसका सारा श्रेय आज के टीवी प्रोग्राम और सिनेमा को जाता है। सारे के सारे टीवी चैनल:- 1. महिला पर महिला का अत्याचार, 2 . बहनों - बहनों में एक दूसरे को नीचा दिखाने की भावना, 3. बच्चों द्वारा अपने बड़ो के प्रति असम्मान की भावना, 4. पैतृक संपत्ति के बंटवारे में माता-पिता का घोर अपमान, इत्यादि,प्रमुखता से ये चेनेल और सिनेमा दिखाते हैं। जिसे हम सब मिलकर देखते हैं और तालियाँ ठोकते हैं। अब अपने को बुद्धिजीवी कहलाने वाले कह उठेंगे कि यह सब तो समाज में पहले से हो रहा है,जिसको ये दिखला रहे हैं। कुछ हद तक इसे सही माना जा सकता है परन्तु इसके अंतर्गत इस तरह की घटनाओं की जानकारी बहुत कम लोगों को ज्ञात हो पाती है इसके विपरीत ऐसी घटनाओं का प्रदर्शन टीवी/सिनेमा के माध्यम से होता है तब उसे करोड़ो-करोड़ परिवार देखते हैं ,इससे इन घटनाओं के किटाणु समाज में फैलते हैं और भारतीय संस्कृति को नष्ट करने में अपना भरपूर योगदान देते हैं। लेखक - एम एल गंगोरे (ये लेखक के अपने विचार है)
महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति और कांग्रेसनीत महाविकास आघाडी के लिए इस बार का विधानसभा चुनाव जीतना राजनीतिक जीवन मरण का प्रश्न बन गया है। भाजपा ने शुरू में यूपी के…
लोकसभा विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हो चुके हैं।अमरवाड़ा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी कमलेश शाह को विजयश्री का आशीर्वाद जनता ने दिया है। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 29 की 29 …
छत्तीसगढ़ के नीति निर्धारकों को दो कारकों पर विशेष ध्यान रखना पड़ता है एक तो यहां की आदिवासी बहुल आबादी और दूसरी यहां की कृषि प्रधान अर्थव्यस्था। राज्य की नीतियां…
भाजपा के राष्ट्रव्यापी संगठन पर्व सदस्यता अभियान में सदस्य संख्या दस करोड़ से अधिक हो गई है।पूर्व की 18 करोड़ की सदस्य संख्या में दस करोड़ नए सदस्य जोड़ने का…
छत्तीसगढ़ राज्य ने सरकार की योजनाओं और कार्यों को पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए डिजिटल तकनीक को अपना प्रमुख साधन बनाया है। जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते…
वर्तमान समय में टूटते बिखरते समाज को पुनः संगठित करने के लिये जरूरत है उर्मिला जैसी आत्मबल और चारित्रिक गुणों से भरपूर महिलाओं की जो समाज को एकजुट रख राष्ट्र…