भोपाल । राजधानी स्थित मंत्रालय में कोरोना वायरस के मरीज लगातार मिल रहे हैं। बीते 50 दिनों में यहां 20 संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से दो लोगों की मौत भी हो चुकी है। बिगडे हालातों में कर्मचारी मंत्रालय जाने से घबरा रहे हैं। कुछ ने छुट्टी ले ली है, तो कुछ घर से ही काम करने की मांग कर रहे हैं। मंत्रालय कर्मचारी संघ ने भी संक्रमण के रोकथाम की कोशिशों को नाकाफी बताया है। कर्मचारी मंत्रालय बंद कर घर से काम कराने की मांग तीन बार दोहरा चुके हैं और अब सामूहिक अवकाश पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। संघ पदाधिकारियों को कहना है कि अब नए मामले आए, तो कर्मचारी निर्णय लेने में देरी नहीं करेंगे। मंत्रालय में हर दूसरे दिन कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। इससे घबराए कर्मचारी लगातार मंत्रालय बंद करने की मांग कर रहे हैं, पर कोई असर नहीं हो रहा। जिसे देखते हुए कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश पर जाने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। संघ पदाधिकारियों का कहना है कि अब और मामले सामने आते हैं, तो कर्मचारियों का जीवन खतरे में नहीं डाला जाएगा। राज्य शासन (मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, एसीएस गृह और जीएडी) को तीन बार बता चुके हैं। अब सीधा निर्णय होगा। संघ पदाधिकारियों का कहना है कि बाहरी लोगों का प्रवेश बंद कर दिया गया है, लेकिन प्रदेशभर से अधिकारी यहां आ रहे हैं। स्थानीय स्तर पर कई कार्यालयों से कर्मचारियों- अधिकारियों का यहां आना होता है। ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता कि कौन संक्रमित है और कौन नहीं। इसलिए मंत्रालय बंद करना और घर से काम कराना ही इसका एक मात्र हल हो सकता है। मई में एक, तो जुलाई में 11 संक्रमित प्रदेश के साथ मंत्रालय में भी कोरोना मीटर तेजी से बढ़ रहा है। यहां मई माह में संक्रमण का एक मामला सामने आया था, तो जून में आठ प्रकरण आए। जुलाई में यह रिकॉर्ड भी टूट गया। 16 जुलाई तक 11 संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें ऊर्जा विभाग में चार, गृह, नगरीय विकास एवं आवास और मुख्यमंत्री कार्यालय में तीन-तीन, वाणिज्यिक कर, परिवहन, स्वास्थ्य, विधि, वित्त, चिकित्सा शिक्षा और सामान्य प्रशासन विभाग में एक-एक संक्रमित मिल चुके हैं। इन कर्मचारियों के संपर्क में 160 लोग आए हैं, जिनमें से 151 की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। मंत्रालय प्रबंधन ने जब नहीं सुनी, तो कर्मचारी संघ ने खुद अपने इंतजाम किए हैं। रोज-रोज नए मरीज मिलने के कारण संघ ने मंत्रालय में फीवर क्लीनिक शुरू करने की मांग की थी, पर पूरी नहीं हुई। इसलिए अब संघ ने ही ऑक्सीमीटर खरीद लिए हैं और रोज भोजनावकाश में संदेही कर्मचारियों के शरीर का तापमान नापा जा रहा है। इस बारे में मंत्रालय कर्मचारी संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशीष सोनी का कहना है कि कई बार मंत्रालय बंद करने के लिए ज्ञापन सौंप चुके हैं। प्रबंध भी नहीं हो रहे और मंत्रालय बंद भी नहीं कर रहे। ऐसे में हम कब तक अपने साथियों का जीवन खतरे में डालें। अब मामला आया तो सामूहिक अवकाश पर जाने की पूरी तैयारी है।
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