किसी भी राजमनीतिक दल के लिए उसकी युवा वाहिनी यानी युवाओं की टोली काफी मायने रखती है और चुनावों में वही अग्रिम दस्ता भी होती है। उसके जोशखरोश और होश पर पार्टी का भविष्य टिका रहता है। भाजपा और कांग्रेस के लिए नगरीय निकाय चुनाव और बाद में मिशन 2023 यानी विधानसभा चुनाव सबसे अधिक महत्व रखते हैं। नगरीय निकाय चुनाव और बाद में विधानसभा चुनाव के लिए अभी से भाजपा और कांग्रेस में उड़ान भरने के लिए युवा आकांक्षाएं आतुर नजर आ रही हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बेटे विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा इंदौर के अभय प्रशाल में आयोजित युवा कुंभ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान ने युवाओं में जोश भरते हुए उन्हें यह बताया कि आज का युवा कैसा होना चाहिए। भाजपा ने अपनी युवा शक्ति का परिचय दिया तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के बेटे तथा युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया भी मैदानी संघर्ष में कूद पड़े हैं और दो किसान सम्मेलन में शिरकत कर चुके हैं तथा 10 जनवरी से लेकर 12 जनवरी तक श्रीआदित्यनाथ श्रेष्ठ जैन पेड़ी मोहनखेड़ा तीर्थस्थल राजगढ़ जिला धार में युवा कांग्रेस का तीन दिनी प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर रहे हैं। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि मिशन 2023 के मद्देनजर भाजपा और कांग्रेस में उड़ान भरने के लिए युवा आकांक्षाएं होड़ लगाने आतुर हैं ।
....जो बदल दे वक़्त की गति
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान ने इंदौर में युवा कुंभ में युवा शक्ति से संवाद करते हुए कहा कि माथे पर बर्फ, मुंह में शक्कर, आंखों में शोले हों और जो वक़्त की गति बदल दे वही युवा है। इस प्रकार उन्होंने युवाओं में जोश और ऊर्जा फूंकने की कोशिश की। इस आयोजन में युवाओं के आकर्षण का केंद्र द ग्रेट खली और कार्तिकेय ही रहे और दोनों को सुनने की उनमें उत्सुकता देखी गई। इस आयोजन में युवा आईकॉन कार्तिकेय थे और उन्होंने स्वामी विवेकानंद के शिकागो में आयोजित धर्म-संसद में दिए गए भाषण के अंश उद्धृत करते हुए कहाकि तेरे-मेरे की सोच छोटी है, जिस तरह पर्वतों से निकली हुई धाराएं अलग-अलग होती हैं, लेकिन सभी को मिलना उस महासागर में ही है। सोच, पद्धति और विचार अलग जरूर हो सकते हैं , पर हमें जाना उस परमात्मा के पास ही है। भाजपा की विचारधारा और अंत्योदय योजना का आधार भी यही है। युवाओं के कुंभ के आयोजक भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में आयोजन का उद्देश्य बताते हुए कहा कि युवाओं को सकारात्मक संदेश मिले, उन्हें सही राह मिले और वे गलत रास्ते ना अपनाएं इसलिए युवा कुंभ किया गया है। आयोजन स्थल को स्वामी विवेकानंद की थीम पर सुसज्जित किया गया था।
युवा कांग्रेसी होंगे प्रशिक्षित
हाल ही में युवा कांग्रेस के चुनाव हुए हैं और कांग्रेस के स्थापित आदिवासी चेहरे पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया युवा कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीते हैं और अब उनकी नई टीम ने अपना कार्यभार संभाल लिया है।कार्यभार संभालने के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विक्रांत भूरिया को सलाह दी थी कि स्वागत सत्कार को छोड़कर अब मैदान में संघर्ष के लिए तत्पर हो जाओ। बिना कोई देर किये उन्होंने किसान सम्मेलन में भाग लेना चालू कर दिया है। अब जूनियर भूरिया को भी अपनी स्वयं की प्रदेश में छवि बनाना है क्योंकि पिता के सहारे वह इस पद तक पहुंच गए पर आगे की राह उन्हें स्वयं अपने पुरुषार्थ से बनानी होगी। रास्ते में पड़ने वाले कांटो को छाँटने के साथ ही कांग्रेस की राह में फूल बिछाने का काम भी करना होगा ताकि विपरीत परिस्थितियों में शूल की चुभन से पार्टी को कुछ निजात मिल सके। युवा कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी समस्या यही है कि पार्टी के सिद्धांत नीतियों और कार्यक्रमों से अधिकांश लोग अनभिज्ञ हैं। युवा कांग्रेस ही नहीं बल्कि इससे मिलती-जुलती हालत कांग्रेस की भी इन दिनों होती जा रही है। चिंतन मनन और प्रशिक्षण से ही युवाओं को 2023 की चुनौतियों के लिए तैयार किया जा सकेगा, अन्यथा भटकन से वह नहीं बच पाएंगे। युवाओं को कोई सुनिश्चित कार्य योजना भी देना होगी। युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों और नेताओं को प्रशिक्षण की इसलिए भी आवश्यकता है क्योंकि कुछ लोग ऐसे भी पदाधिकारी चुन लिए गए थे जो कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा चुके थे। जो चिन्हित हो गए या जिन्होंने खुद बता दिया उनके निर्वाचन रद्द कर दिए गए लेकिन जिन्होंने नहीं बताया ऐसे कितने और हैं उन्हें छांटना और सबको प्रशिक्षण देकर पार्टी की विचारधारा से अवगत कराना इस शिविर का उद्देश्य है। प्रदेश युवा कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी के अनुसार 10, 11 और 12 तारीख को तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा जिसमें युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी, अखिल भारतीय कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रभारी सचिन राव, मीडिया विभाग के राष्ट्रीय प्रभारी राहुल राव, मध्यप्रदेश के प्रभारी गण अंकित डेडा, इशिता सेढ़ा, शेषनारायण ओझा मध्यप्रदेश युवक कांग्रेस के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया समेत पूरे प्रदेश से चुनकर आए जिला समिति के अध्यक्ष एवं प्रथम उपाध्यक्ष और प्रदेश समिति के पदाधिकारी शामिल होंगे। इस शिविर में मुख्यरूप से पूर्व मुख्यमंत्री तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी तथा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वा पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव भी मार्गदर्शन देंगे।प्रशिक्षण में शामिल होने वाले सभी प्रशिक्षणार्थियों को शिविर के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
और अंत में.............
युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया की टीम के प्रशिक्षण लेने वाले सभी साथी मैदान में टेंट लगाकर छोटे-छोटे शिविर में रुकेंगे और अपना काम खुद करेंगे तथा वहीं का बना हुआ खाना खाएंगे। इसका मकसद यह है कि सभी आत्मनिर्भर बने और राजनीति में जो तेजी से पंच सितारा संस्कृति एक फैशन की तरह पनप रही है उसके मोह से कांग्रेस की नई पौध निजात दिलाई जा सके। प्रशिक्षणार्थियों को युवा नेता से जन नेता बनने राष्ट्रीय संगठन की उनसे अपेक्षाएं जन विश्वास का रिश्ता बनाने और युवा पीढ़ी को पार्टी से जोड़ने के गुर सिखाए जाएंगे।
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