रीवा में 23 अक्टूबर को होने जा रही रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव से पहले 8 दिन पहले हैदराबाद में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रोड-शो करेंगे। मप्र में निवेश के अवसर विषय पर औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिनिधियों के साथ इंटरेक्टिव सेशन भी होगा। इस बार इस सेशन में फार्मा, विजुअल इफेक्ट्स, लाइफ साइंस, आईटी और टूरिज्म जैसे बड़े सेक्टर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके बाद वह हाईटेक सिटी, अमेजन फैसेलिटी और टी-हब का निरीक्षण भी करेंगे।
फार्मा और बॉयो-टेक्नोलॉजी: हैदराबाद को देश की फार्मा कैपिटल के तौर पर पहचान मिली है। यहां फार्मास्युटिकल उद्योगों का वैश्विक दवा उत्पादन में अहम योगदान है। भारत की दवाओं का तेलंगाना का फार्मा उद्योग 40% से ज्यादा उत्पादन करता है।
वीएफएक्स: बाहुबली जैसी बड़ी फिल्मों में वीएफएक्स के इस्तेमाल का प्रमुख हिस्सा हैदराबाद की वीएफएक्स कंपनियों ने ही बनाया है। इसके अलावा, यहां के स्टूडियो गेमिंग, एनिमेशन और एडवरटाइजिंग में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यहां मप्र में इन कंपनियों से साझेदारी की तलाश की जाएगी।
टूरिज्म और हॉस्पिटेलिटी हैदराबाद का पर्यटन क्षेत्र ऐतिहासिक धरोहरों, सांस्कृतिक संपदाओं और आधुनिक पर्यटन स्थलों के कारण विकसित है। इस इंटरेक्टिव सेशन में पर्यटन क्षेत्र के प्रतिनिधि, मप्र के पर्यटन विभाग के साथ मिलकर निवेश पर चर्चा करेंगे।